'अब ये भगवान की संपत्ति...', मंदिर की दानपेटी में गलती से गिरा iPhone, वापस मांगा तो मिला यह जवाब
यह वाकया श्री कंदस्वामी मंदिर, थिरुपोरूर का है. श्रद्धालु का नाम दिनेश बताया गया है. दिनेश जिस वक्त मंदिर में दान कर रहे थे, उसी दौरान गलती से उनका iPhone हुंडी में गिर गया. अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने मंदिर प्रशासन से फोन वापस करने की अपील की.
अक्सर जब आप किसी मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं तो, ठीक सामने लगे दान पेटी पर आपकी नजर जरूर जाती होगी. अपनी श्रद्धा अनुसार कई श्रद्धालु कुछ ना कुछ दान बॉक्स में जरूर डालते हैं. तमिलनाडु के एक मंदिर में एक अनौखा मामला सामने आया है. यहां एक श्रद्धालु का आईफोन गलती से दानपत्र में गिर गया. उसने मंदिर ट्रस्ट से जब अपना फोन वापस लेने की कोशिश की तो उसे उसका iPhone देने से इनका कर दिया गया. तमिलनाडु हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग ने करीब 50 साल पुराने नियम का हवाला देते हुए कहा कि हुंडी में जो कुछ भी डाला जाता है, वह अब मंदिर की संपत्ति बन जाता है.
क्या है पूरा मामला?
यह वाकया श्री कंदस्वामी मंदिर, थिरुपोरूर का है. श्रद्धालु का नाम दिनेश बताया गया है. दिनेश जिस वक्त मंदिर में दान कर रहे थे, उसी दौरान गलती से उनका iPhone हुंडी में गिर गया. अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने मंदिर प्रशासन से फोन वापस करने की अपील की. मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि फोन को प्रसाद के रूप में लिया गया है, लेकिन आईफोन के मालिक दिनेश सिर्फ फोन का डेटा वापस ले सकते हैं. दान पेटी में फोन गिरने के बाद दिनेश ने मंदिर के अधिकारियों से संपर्क किया और आईफोन के लिए अनुरोध किया.
एक अधिकारी ने कहा कि हुंडियल की स्थापना सुरक्षा और लेखांकन नियम 1975 के तहत, हुंडियल में किए गए सभी चढ़ावे किसी भी समय मालिक को वापस नहीं किए जा सकते, क्योंकि वो मंदिर की संपत्ति बन जाती है.
भगवान के खाते में गया iPhone
मंदिर प्रशासन ने फिर भी उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया. हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के मंत्री पीके शेखर बाबू ने कहा, ‘भेंट बॉक्स में जो कुछ भी जमा किया जाता है, भले ही वह मनमाना कार्य हो, भगवान के खाते में जाता है.’ शेखर बाबू ने कहा, ‘मंदिरों की प्रथाओं और परंपरा के अनुसार, हुंडियाल में किया गया कोई भी चढ़ावा सीधे उस मंदिर के देवता के खाते में चला जाता है. नियम प्रशासन को प्रसाद को भक्तों को वापस करने की अनुमति नहीं देते हैं.’ उन्होंने कहा कि हालांकि, वह विभाग के अधिकारियों से चर्चा करेंगे कि क्या श्रद्धालु को मुआवजा देने की कोई संभावना है.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
गौरतलब है कि राज्य में ऐसी यह पहली घटना नहीं है. केरल के अलाप्पुझा की एक श्रद्धालु एस संगीता ने मई 2023 में गलती से अपनी 1.75 सोने की चेन पलानी के श्री धनदायुथपानी स्वामी मंदिर के हुंडियाल में गिरा दी. जब उसने प्रसाद चढ़ाने के लिए अपने गले से तुलसी की माला उतारी तो यह हुंडियाल में गिर गई.