193 Rupey ki maggie: एयरपोर्ट पर मैगी के लिए महिला ने चुकाए 193 रुपये, यह देख भड़क उठे लोग
193 Rupey ki maggie: क्या आपने कभी खाई है 193 रुपए की मैगी, यदि नहीं तो यहां आपको सबसे मंहगी मैगी मिलेगी, सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के बाद से हाहाकार मच गया है -
हाइलाइट
- एक ऐसी हकीकत जिसको सुन आपके होश तो उड़ ही जायेंगे लेकिन साथ में आपकी जेब भी खाली हो जाएगी.
193 Rupey ki maggie: दुनिया के किसी भी कोने में चले जाओ, वहां आपको मैगी लवर मिल ही जायेंगे, वैसे तो आपने हर जगह पर मैगी खाई होगी. जो 25 रुपए से लेकर 50 रुपये तक की मिलती है. लेकिन क्या अपने कभी 193 रुपए की मैगी खाई है. जी हां! यह कोई मज़ाक नहीं बल्कि हकीकत है. एक ऐसी हकीकत जिसको सुन आपके होश तो उड़ ही जायेंगे लेकिन साथ में आपकी जेब भी खाली हो जाएगी.
सोशल मीडिया पर एक ट्विटर यूज़र ने हवाई हड्डे पर मैगी खाई जिसका बिल उसने शेयर कर बताया की कैसे केवल एक कटोरा मैगी यहां पर 193 रुपए की मिल रही है. इस बात को लेकर अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जंग छिड़ चुकी है. जिसमें यह लोग कैसे एक मैगी को 4 गुना दामों में बनाकर बेच रहे हैं.
I just bought Maggi for ₹193 at the airport
— Sejal Sud (@SejalSud) July 16, 2023
And I don’t know how to react, why would anyone sell something like Maggi at such an inflated price 🥲 pic.twitter.com/oNEgryZIxx
यह पोस्ट सेजल सूद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. उसने बताया कि - मैंने एयरपोर्ट पर 193 रुपए की मैगी खरीदी है, और मुझे अब समझ नहीं आ रहा की मैं इस पर कैसे अपनी प्रतिक्रिया दूं, कोई मैगी जैसी चीज़ को इतनी ज़्यादा कीमत पर कैसे बेच सकता है भला.
यूज़र्स ने दी यह प्रतिक्रिया -
अब इस पोस्ट के बाद से सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है, लोगों के भर - भर कर कमैंट्स आ रहे हैं, जिसमें एक ने लिखा - मुझे लगता है ये मैगी विमानन ईंधन से बनी होगी, तो वहीँ दूसरे ने लिखा - फिर भी यह एयरपोर्ट पर खाने के लिए सबसे सस्ता ऑप्शन है, हैरान कर देने वाला है लेकिन एहि सच है. तो तीसरे यूज़र ने लिखा - इंडिगो की उड़ानों में यह 250 रुपए में मिल रही है.
एक यूज़र ने तो लिखा - मैम मैगी की कीमत वैसे तो 50 रुपए है, लेकिन एयरपोर्ट पर मौजूद कैफे वालों को वहां स्थापित करने के लिए काफी पैसा खर्च करना होता है. इस भारी राशि का भुगतान करने के लिए और किराया अदा करने के लिए उन्हें इस कीमत पर बेचना होता है. यहीं नहीं उन्हें इस कमाई में से कुछ हिस्सा हवाई अड्डे को भी देना पड़ता है.