5 दुल्हनें, बारात एक, यहां बंदूक की नोक पर कराया विवाह

बिहार के ज्यादातर जगहों में पकड़ौआ शादी कराई जाती हैं. जिसका मतलब होता है जबरन शादी कराना. ऐसा ही कुछ 30 साल पहले भी हुआ था. जब एक बारात के साथ गए 4 लड़कों का विवाह करा दिया गया. इस तरह से एक बारात के साथ 5 दुल्हनें लौटी थी.

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Pakaruah Shaadi: शादी... दो लोगों का गठजोड़ होता हैं, जो दोनों की आपसी सहमति से किया जाता हैं. जिसमें अरेंज मैरिज, लव मैरिज, कोर्ट मैरिज शामिल हैं. और शायद आपने भी इन्हीं तरह के विवाह के बारे में सुना होगा. लेकिन एक विवाह ऐसा भी होता हैं जिसमें जबरन शादी कराई जाती हैं. यहां आप अपने विचार नहीं रख सकते और ना ही आपकी कोई मर्जी चलती हैं. इस तरह की शादी को कहा जाता हैं- पकड़ौआ विवाह. ये शादी ज्यादातर बिहार में कराई जाती हैं. एक ऐसा ही विवाह लगभग 30 साल पहले हुआ, जिसमें बारात तो गई लेकिन दुल्हनें पांच आई. क्या हैं पूरी कहानी, आइए जानते हैं-

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1989 में समस्तीपुर जिले में पकड़ौआ विवाह हुआ. रोसरा अनुमंडल के सहियार डीह के एक शख्स की बारात बेगूसराय जिले के सिमरिया गई हुई थी. अब यहां पर दूल्हे के साथ बारात में गए 4 लड़कों का बंदूक की नोंक पर जबरदस्ती विवाह करा दिया गया. 

5 दुल्हन देख हैरानी में पड़े लोग

शादी के बाद जब बारात वापस गांव पहुंची तो 1 नहीं बल्कि 5 दुल्हन पहुंची, जिन्हें देखकर वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए. जिसके बाद से ही सहियार डीह गांव को पकड़ौआ शादी गांव कह दिया गया. 

इस पर ग्रामीणों का कहना है कि पकड़ौआ शादी करने वाले लोगों की किस्मत बदल गई. इसे लेकर 30 साल बाद भी सर्वे किया गया. जिसमें पता चला कि सच में पकड़ौआ शादी करने वाले सभी लड़कों की किस्मत बदली हैं. इसमें राजीव सिंह, डॉ. सुशील कुमार, धर्मेंद्र कुमार सिंह और सरोज कुमार सिंह का नाम आता हैं. जिसमें 5वें के बारे में नहीं पता चला हैं. वहीं, इसमें से अब राजीव और सुशील दुनिया में नहीं रहे. 

गांव की लोगों की बदली सोच

आपको बता दें कि पहले काफी लोगों की पकड़ौआ शादी करा दी जाती थी. मगर, आज के समय में इनकी संख्या काफी कम हो गई हैं. चूंकि इस शादी में दुल्हन को प्रताड़ित किए जाने की खबरें सामने आने लगी थी, जिसे लेकर अब वहां के लोगों ने सोच बदल ली हैं.  First Updated : Sunday, 17 November 2024