Norway Doctor Rape Case: नॉर्वे के एक छोटे से गांव में यौन शोषण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 55 साल के पूर्व डॉक्टर अर्ने बाय पर 87 महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने और उनकी रिकॉर्डिंग करने का आरोप लगा है. इस घटना को नॉर्वे के इतिहास का सबसे बड़ा यौन उत्पीड़न कांड माना जा रहा है.
यह खुलासा नॉर्वे के छोटे से गांव फ्रॉस्टा में हुआ, जहां अरने बाई लंबे समय तक डॉक्टर के रूप में काम करता था. इस घटना ने न केवल पीड़ितों बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. गांववाले इस बात से हैरान हैं कि जिस डॉक्टर पर वे भरोसा करते थे, उसने ऐसा घिनौना काम किया.
अरने बाई ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए दो दशकों तक महिलाओं का शारीरिक शोषण किया. आरोप है कि उन्होंने अपने क्लिनिक और पीड़ित महिलाओं के घरों में बिना उनकी सहमति के गाइनोकोलॉजिकल टेस्ट किए. पुलिस ने जांच के दौरान 6,000 घंटे से अधिक वीडियो फुटेज जब्त की है, जिनमें महिलाओं के साथ हुई घटनाओं की रिकॉर्डिंग थी.
इस घटना ने न केवल पीड़ितों बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. गांववाले इस बात से हैरान हैं कि जिस डॉक्टर पर वे भरोसा करते थे, उसने ऐसा घिनौना काम किया. यह मामला चिकित्सा पेशे पर गहरा धब्बा है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है. अब कोर्ट से यह उम्मीद की जा रही है कि आरोपी को उसके अपराधों के लिए सख्त सजा दी जाएगी.
डॉक्टर बाई ने तीन बार बलात्कार और 35 बार अपने पद का दुरुपयोग करने की बात स्वीकार की है. ऐसे में अगर वह दोषी ठहराया जाता है, तो उसे अधिकतम 21 साल की जेल हो सकती है.उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने मरीजों की सहमति के बिना उनके वीडियो बनाए. बाई ने दावा किया कि उन्होंने मुकदमे से बचने के लिए वीडियो बनाए, लेकिन इन वीडियो को सबूत के रूप में पेश किया गया है.
55 वर्षीय आरोपी आर्ने बाय पर 14 से 67 साल की आयु की महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और घटनाओं का वीडियो बनाने का आरोप है. जांच में अधिकारियों को 6,000 घंटे से अधिक वीडियो फुटेज मिले हैं. सबसे कम उम्र की पीड़िता 14 साल की थी, जबकि सबसे बुजुर्ग पीड़िता 67 वर्ष की थी.
आरोपों के मुताबिक, बाय ने क्लिनिक और महिलाओं के घरों में बिना किसी चिकित्सीय औचित्य के उनके साथ गलत कृत्य किए। वह जांच के दौरान महिलाओं के शरीर में "डिओडोरेंट" और "बोतल" जैसी चीजें डालता था. अदालत में गवाही देते हुए एक पीड़िता ने कहा, "मुझे लगा कि मैं मर जाऊंगी." एक अन्य महिला ने बताया कि गले में दर्द के इलाज के लिए क्लिनिक जाने पर उसके साथ आक्रामक प्रक्रिया की गई. उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि वह डॉक्टर हैं, इसलिए मैंने उनकी बात मान ली. First Updated : Tuesday, 26 November 2024