जुकाम की आड़ में छिपा था जानलेवा राज, लड़की के फेफड़ों में निकली मेटल स्प्रिंग

Weird News: रूस की एक महिला के फेफड़ों में धातु की स्प्रिंग फंसी पाई गई. महिला को सामान्य सर्दी और बुखार के लक्षण महसूस हो रहे थे. हालत बिगड़ने पर एक्स-रे में इसका खुलासा हुआ. डॉक्टरों ने बताया कि यह स्प्रिंग किसी पुराने ऑपरेशन के दौरान शरीर में गई थी और किसी भी समय जानलेवा साबित हो सकती थी.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Weird News: एक चौंकाने वाली घटना में, रूस की एक कंटेंट क्रिएटर एकातेरिना बैडुलिना के फेफड़ों में धातु की स्प्रिंग फंसी पाई गई. हैरानी की बात यह है कि उन्हें केवल सामान्य सर्दी और बुखार के लक्षण महसूस हो रहे थे. डॉक्टरों का कहना है कि यह स्प्रिंग किसी भी समय उनकी मौत का कारण बन सकती थी.

34 वर्षीय बैडुलिना ने ठंड और तेज बुखार के चलते खुद को निमोनिया का शिकार समझा. लेकिन जब उनकी हालत और बिगड़ने लगी, तो उन्होंने डॉक्टर से परामर्श किया. डॉक्टर ने एक्स-रे कराने की सलाह दी, जिसने इस चौंकाने वाले रहस्य का खुलासा किया.

फेफड़े में मेटल स्प्रिंग

एक्स-रे रिपोर्ट के बाद, बैडुलिना को बताया गया कि उनके एक फेफड़े में धातु की स्प्रिंग फंसी हुई है. यह स्प्रिंग संभवतः उनके शरीर में एक पूर्व ऑपरेशन के दौरान गई थी. डॉक्टरों के अनुसार, यह 5x16 मिलीमीटर की धातु की वस्तु थी. बैडुलिना ने सीटी स्कैन कराया ताकि डॉक्टर इस विदेशी वस्तु की स्थिति का सही अंदाजा लगा सकें. इस घटना पर बात करते हुए बैडुलिना ने कहा, "डॉक्टरों ने बताया कि यह धातु का टुकड़ा मेरे पिछले ऑपरेशन के दौरान मेरे शरीर में गया होगा. मैंने कभी महसूस भी नहीं किया कि यह मेरे फेफड़ों तक पहुंच चुका है."

जटिल मेडिकल इतिहास

एकातेरिना का मेडिकल इतिहास काफी गंभीर रहा है. 27 साल की उम्र में, वह थ्रोम्बोम्बोलिज़्म की शिकार हुई थीं. इस दौरान उनके पैर में 33 ट्यूब डाली गईं. यह स्थिति तब होती है जब रक्त का थक्का बनता है और वह गहरी नसों को अवरुद्ध कर देता है. थ्रोम्बोम्बोलिज़्म का इलाज कराने के लिए उन्हें एक साल में 20 बार सर्जरी करानी पड़ी. बैडुलिना ने याद करते हुए कहा, "चमत्कारिक रूप से, मैं बच गई. लेकिन यह अनुभव बहुत भयावह था."

सालों बाद स्प्रिंग का चला पता

सालों बाद जब धातु की स्प्रिंग का पता चला, तो बैडुलिना के लिए यह एक और झटका था. उन्होंने कहा, "जब मैंने सुना कि यह टुकड़ा हिल सकता है, तो मुझे खुद पर नियंत्रण रखना पड़ा. मैंने डर के बजाय आशावाद पर ध्यान केंद्रित किया. कोई नहीं जानता कि कल क्या होगा."

एक्सपर्ट्स की राय

डॉक्टरों का कहना है कि शिरापरक थ्रोम्बोम्बोलिज़्म जैसी स्थितियों का समय पर इलाज जरूरी है. रोगियों को ऐसी गंभीर जटिलताओं से बचने के लिए तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए.

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01 January 2025, 06:31 PM IST

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