एक अनोखी परंपरा, इस गांव में सावन माह के 5 दिन बिना कपड़ों के रहने का रिवाज, सच्चाई होश उड़ा देगी

देश में कई तरह की परंपरा निभाई जाती है, मगर कुछ परंपराएं ऐसी होती है जिसके ऊपर यकीन करना बेहद मुश्किल हो जाता है. हिमाचल के एक गांव में ऐसी ही एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं साथ ही बताएंगे इसके पीछे का असली कारण.

calender
Courtesy: सोशल मीडिया
1/5

हिमाचल प्रदेश की अनोखी परंपरा

हिमाचल प्रदेश के अंदर एक गांव में बेहद अनोखी परंपरा को निभाई जाती है. जिसके बारे में सुनकर आपको यकीन नहीं होने वाला है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव के अंदर एक परंपरा के मुताबिक सावन महीने में यहां की औरतें 5 दिन बिना कपड़ों के रहती हैं.

Courtesy: सोशल मीडिया
2/5

पीणी गांव में निभाई जाती है परंपरा

हिमाचल प्रदेश के पीणी गांव में जो कि मणिकर्ण घाट के पास स्थित है, इसी गांव में यह अजीबोगरीब परंपरा निभाई जाती है. बता दें कि इस गांव के लोगों का मानना हैं कि परंपरा निभाई जाने के बीच अगर 5 दिनों में किसी घर की महिलाओं ने कपड़े पहन लिए तो उसके घर में अशुभ घटना घट जाएगी.

Courtesy: सोशल मीडिया
3/5

परंपरा के पीछे की असली वजह

इस गांव में ये अनोखी परंपरा को इसलिए निभाया जाता है. क्योंकि इस गांव के लोगों का कहना है कि सदियों पहले इस गांव में एक राक्षस रहा करता था. जो गांव में रहने वाली और सुंदर कपड़े पहनने वाली महिलाओं को अपने साथ उठा ले जाता था और उसे अपनी हवस का शिकार बना लेता था.

Courtesy: सोशल मीडिया
4/5

सालों बाद किया गया राक्षस का अंत

गांव वालों का कहना है कि राक्षस का अंत लाहुआ नाम के देवता ने किया था. गांव के लोग ये भी बताते हैं कि अभी भी गांव में लाहुआ देवता आते हैं. इस वजह से सालों से चलती आ रही इस परंपरा को विधि-विधान से निभाया जाता है.

Courtesy: सोशल मीडिया
5/5

महिलाएं 5 दिनों तक गांव से अलग रहती हैं

इस अजीबोगरीब परंपरा को निभाने के दौरान करीब 5 दिनों तक महिलाएं खुद को समाज से अलग रखती है. इस दौरान किसी तरह का कोई जश्न नहीं मनाया जाता है. यहां तक कि लोग इन 5 दिनों के लिए हंसना, बोलना, अच्छा खाना पीना भी बंद कर देते हैं. मगर अब महिलाएं इस परंपरा को निभाने के लिए बेहद पतला कपड़ा पहनती हैं.