जंगल में बने खंडहर की चुड़ैल करती थी पहरेदारी, कहानी सुनते ही कैसे गायब हुआ बच्चा

chudail ka khajana: एक सुंदर गांव में एक दादी मां रहती थीं, जिनकी उम्र लगभग 90 साल थी. गाँव के बच्चे रोज़ उनसे कहानी सुनने की ज़िद करते थे. दादी मां भी बच्चों को बहुत सारी कहानियाँ सुनाती थीं. एक दिन एक बच्चा दादी माँ से कहता है कि, "मुझे डरावनी चुड़ैल की कहानी सुननी है." दादी माँ बच्चों को भूत-प्रेत की कहानियां नहीं सुनाना चाहती थीं, क्योंकि उन्हें डर था कि बच्चों को डर लग सकता है. फिर भी बच्चे ज़िद करने लगे, तो दादी माँ ने कहानी सुनानी शुरू की.

Dimple Yadav
Dimple Yadav

Chudail ka khajana: एक सुंदर गांव में एक दादी मां रहती थीं, जिनकी उम्र लगभग 90 साल थी. गाँव के बच्चे रोज़ उनसे कहानी सुनने की ज़िद करते थे. दादी मां भी बच्चों को बहुत सारी कहानियाँ सुनाती थीं. एक दिन एक बच्चा दादी माँ से कहता है कि, "मुझे डरावनी चुड़ैल की कहानी सुननी है." दादी माँ बच्चों को भूत-प्रेत की कहानियां नहीं सुनाना चाहती थीं, क्योंकि उन्हें डर था कि बच्चों को डर लग सकता है. फिर भी बच्चे ज़िद करने लगे, तो दादी माँ ने कहानी सुनानी शुरू की.

दादी मां ने बताना शुरू किया, "एक बार एक जंगल में एक पहाड़ी थी, जहाँ एक डरावनी चुड़ैल रहती थी. उस पहाड़ी पर एक खंडहर था, और उसी खंडहर में चुड़ैल का ख़ज़ाना छिपा था. उसमें बहुत सारे रत्न, हीरे, मोती और आभूषण थे. चुड़ैल उस ख़ज़ाने की रक्षा करती थी, और जंगल में डर का माहौल बना देती थी ताकि कोई भी उस खंडहर के पास न जा सके."

"एक दिन," दादी मां ने कहा, "एक लकड़हारा लकड़ी काटने के लिए जंगल में गया. वह खंडहर के पास पहुँचा, और वहाँ सूखी लकड़ियाँ पड़ी हुई थीं. उसने सोचा कि ये लकड़ियाँ जलाने के लिए बहुत अच्छी होंगी, तो वह खंडहर की सीढ़ियाँ चढ़ता हुआ अंदर गया. खंडहर के अंदर पहुँचते ही उसे वहाँ का दृश्य बहुत सुंदर और अद्भुत लगा. वहां बड़े-बड़े मिट्टी के बर्तन थे, जिनमें हीरे और जेवर भरे हुए थे."

"लकड़हारा चकित होकर वह सब देख रहा था, लेकिन तभी अचानक खंडहर का दरवाज़ा बंद हो गया और तेज़ हवा चलने लगी. कुछ देर बाद एक डरावनी चुड़ैल अपना भयानक रूप दिखाती है, जिसे देखकर लकड़हारा डर से बेहोश हो जाता है. रात भर बेहोश रहने के बाद जब लकड़हारा को होश आता है, तो वह खुद को एक अजीब जगह पाता है. चारों ओर सिर्फ़ पेड़ ही पेड़ थे, और वह समझ नहीं पाता कि वह कहाँ है."

"लकड़हारा अपनी जेब में हाथ डालता है और वहां एक सोने का सिक्का मिलता है. वह बहुत खुश होता है और सोचता है कि उसकी जान बच गई है और उसे इतना अच्छा सिक्का भी मिल गया है. फिर वह बिना लकड़ी के ही गांव वापस लौट आता है और घर वालों को सब बताता है. लेकिन घर वाले उसकी बातें नहीं सुनते. वह हैरान होता है, फिर पानी पीने के लिए वह एक बर्तन में हाथ डालता है, लेकिन पानी की एक बूँद भी नहीं छू पाता. उसे समझ में नहीं आता कि वह अदृश्य हो गया है या मर चुका है."

तभी दादी माँ ने कहा, "अब कहानी खत्म होती है," और सभी बच्चों को नींद से जगा दिया. जब बच्चों की आंखें खुलती हैं, तो वे देखते हैं कि हर एक के हाथ में एक सोने का सिक्का है. लेकिन वह बच्चा, जिसने ज़िद कर के कहानी सुनवाई थी, गायब हो चुका था. दादी माँ ने उसकी खोज की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला. सब बच्चे हैरान थे और सोचने लगे कि वह बच्चा कहाँ चला गया. वह बच्चा अब एक रहस्यमयी लड़का बनकर रह गया.

calender
21 November 2024, 02:22 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो