दुर्लभ! महिला ने एक नहीं, बल्कि एक-साथ चार बच्चों को दिया जन्म, पढ़े पूरी कहानी

येट्स नाम की एक महिला ने 28 हफ्तों की गर्भावस्था के बाद सी-सेक्शन के जरिए चार बच्चों को जन्म दिया. जो मेडिकल क्षेत्र में अद्भुत माना जा रहा है. इसके साथ ही, यह विज्ञान की उन्नति को भी दर्शाता है

Simran Sachdeva
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International news: एक महिला, येट्स, जो हाल ही में एक्स-रे कराने वाली थी. उन्हें डॉक्टरों ने पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने की सलाह दी. वजह यह थी कि एक्स-रे के दौरान निकलने वाली रेडिएशन भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकती है. जब उनके टेस्ट के परिणाम आए, तो उनके एचसीजी (ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन) के स्तर सामान्य से बहुत अधिक पाए गए. 

येट्स ने कहा, "जब मुझे यह बताया गया, तो मैं बिल्कुल हैरान रह गई. मुझे लगा कि डॉक्टर मजाक कर रहे हैं." उनके मंगेतर, 21 साल के जूलियन बुकर, जो उनके साथ छह महीने से डेटिंग कर रहे थे, इस खबर से बेहद उत्साहित थे. उन्होंने येट्स को शांत रहने में काफी मदद की.

गर्भावस्था के दौरान आई मुश्किलें

गर्भावस्था के दौरान येट्स को प्रीक्लैंप्सिया नामक एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा. इस स्थिति में उनका ब्लड प्रेशर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया. तीसरी तिमाही के दौरान उनकी हालत और खराब हो गई. येट्स ने कहा, "मैं खुद से सांस तक नहीं ले पा रही थी." उनकी लिवर और किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था. 

चार बच्चों का जन्म

17 अक्टूबर को, सिर्फ 28 हफ्तों की गर्भावस्था के बाद, येट्स ने सी-सेक्शन के जरिए चार बच्चों को जन्म दिया. इन बच्चों के नाम एलिज़ाबेथ टेलर, ज़ाया ग्रेस, और जुड़वां बच्चे मैक्स एश्टन और इलियट राइकर रखे गए. इनमें सबसे छोटा बच्चा एलिज़ाबेथ थी, जिसका वजन केवल 1 पाउंड 2 औंस था. वहीं, सबसे बड़े बच्चे मैक्स का वजन 2 पाउंड 6 औंस था. 

बच्चों की सेहत में सुधार

येट्स ने बताया कि सभी बच्चे तेजी से वजन बढ़ा रहे हैं और स्वस्थ हो रहे हैं. उन्होंने कहा, "वे सभी शानदार कर रहे हैं. एलिज़ाबेथ लगभग दो पाउंड तक पहुंचने वाली है."

दुर्लभ घटना

फैमिली एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ जर्नल के अनुसार, प्राकृतिक रूप से चौगुनी गर्भावस्था की संभावना 5 लाख में से केवल 1 होती है. यह घटना अमेरिका में बेहद दुर्लभ मानी जाती है.

आधुनिक चिकित्सा के बदलते रुझान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उच्च स्तरीय प्रेग्नेंसी के मामलों में पिछले कुछ दशकों में काफी कमी आई है. यह बदलाव मुख्य रूप से इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन (IVF) प्रक्रियाओं में सुधार और भ्रूण की संख्या को सीमित करने के दिशा-निर्देशों के कारण हुआ है. 
येट्स की यह कहानी मेडिकल क्षेत्र में अद्भुत मानी जा रही है और यह विज्ञान की उन्नति को भी दर्शाती है. 
 

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18 November 2024, 04:49 PM IST

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