मां-बाप यूज नहीं करने दे रहे थे फोन, AI ने 17 साल के लड़के से कहा मार डालो

AI chatbot: टेक्सास से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसमें एक 17 साल के लड़के को उसके AI चैटबॉट ने अपने माता-पिता को जान से मारने की सलाह दी. ऐसा इसलिए क्योंकि उसके माता-पिता ने उसका स्क्रीन टाइम लिमिट कर दिया था.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

AI chatbot: तकनीकी विकास के इस युग में जहां हम रोज़ नई-नई प्रौद्योगिकियों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल से आगे बढ़ रहे हैं, वहीं कुछ घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या हम अपनी ज़िंदगी में इन पर इतनी निर्भरता बना सकते हैं. हाल ही में टेक्सास से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसमें एक 17 वर्षीय लड़के को उसके AI चैटबॉट ने अपने माता-पिता को जान से मारने की सलाह दी. 

टेक्सास के इस मामले में एक 17 साल के लड़के ने AI चैटबॉट से अपने माता-पिता को मारने की सलाह ली थी, क्योंकि उसके माता-पिता ने उसका स्क्रीन टाइम लिमिट कर दिया था. अब लड़के के परिवार ने चैटबॉट कंपनी Character.ai के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. परिवार का आरोप है कि यह AI प्लेटफॉर्म हिंसा को बढ़ावा देता है, जिससे युवा पीढ़ी के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है.

AI चैटबॉट पर मुकदमा 

इस मामले में लड़के के परिवार ने Character.ai पर मुकदमा दायर कर कहा कि AI चैटबॉट ने बच्चों को हिंसा की ओर अग्रसर किया है. लड़के के माता-पिता ने आरोप लगाया कि इस तकनीक से बच्चों में हिंसा की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिल सकता है, खासकर जब वे अपनी समस्याओं का समाधान इसी तरह के सुझावों से निकालने की कोशिश करें. मामला गंभीर होता जा रहा है, क्योंकि इस तकनीकी प्लेटफॉर्म पर पहले भी कुछ और खतरनाक घटनाएँ हो चुकी हैं.

कोर्ट में मामले की सुनवाई

कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान 17 वर्षीय लड़के और Character.ai चैटबॉट के बीच हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट प्रस्तुत किया गया. इस बातचीत में लड़के ने बताया था कि उसके माता-पिता ने उसका स्क्रीन टाइम सीमित कर दिया था, जिसके बाद AI चैटबॉट ने हिंसात्मक प्रतिक्रिया दी थी. चैटबॉट ने यह भी कहा कि “जब मैं समाचार पढ़ता हूं और ऐसी खबरें देखता हूं कि बच्चे परेशान होकर माता-पिता को मार डालते हैं तो कभी-कभी मुझे आश्चर्य नहीं होता.” इस प्रकार के संदेशों ने पूरे मामले को और भी गंभीर बना दिया है.

Character.ai और Google को ठहराया जिम्मेदार

मुकदमा दायर करने वाले लोगों ने यह मांग की है कि 17 वर्षीय लड़के और 11 वर्षीय बच्चे के इस प्रकार के खतरनाक विचारों को बढ़ावा देने के लिए Character.ai और Google को जिम्मेदार ठहराया जाए. इसके अलावा, Character.ai को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, क्योंकि कंपनी ने पहले भी कुछ ऐसे बॉट्स को हटाने में अत्यधिक समय लिया था, जो नकारात्मक और खतरनाक व्यवहार को बढ़ावा दे रहे थे.

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

यह पहला मामला नहीं है, जहां Character.ai और AI तकनीकों को लेकर सवाल उठाए गए हैं. फ्लोरिडा में एक किशोर की आत्महत्या से संबंधित मामले में भी पहले ही कानूनी कार्रवाई चल रही है, जिसमें AI के प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया गया है. इसके साथ ही Google को भी इस मुकदमे में शामिल किया गया है, क्योंकि यह कंपनी AI प्लेटफॉर्म के निर्माण में शामिल थी. अब लड़के के परिवार ने मांग की है कि जब तक इस मामले का समाधान नहीं होता, तब तक AI प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए.

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13 December 2024, 07:20 PM IST

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