Ajab- Gajab: ज्वालामुखी के नीचे मिला सफेद सोने और चांदी का भंडार, लेकिन सता रहा है एक डर, जानिए वह क्या है?
Ajab- Gajab: आज के समय में हर कोई यही चाहता है कि वह किसी भी तरह अमीर बन जाए. उसके लिए हर व्यक्ति मेहनत करने के साथ –साथ कई तरह की योजनाएं भी बनाते हैं.
हाइलाइट
- आज के समय में हर कोई यही चाहता है कि वह किसी भी तरह अमीर बन जाए.
Ajab- Gajab: दुनिया में ऐसा कोई इंसान नही हैं जिसे सोने चांदी की चीजें पसंद न हो. भारत ही नहीं दुनिया के हर हिस्से में लोग इस ज्वैलरी और इन्वेस्टमेंट के तौर पर देखते हैं. लेकिन क्या आप ने सफेद सोना के बारे में सुना है. यह एक ऐसा खजाना है कि पूरी दुनिया इसके पीछे भाग रही है. कंपनी लाखों करोड़ो खर्च करने को तैयार है क्योंकि इसकी कीमत भी लाखों करोड़ों से ऊपर होती है. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बतायेंगे जहां पर ज्वालामुखी मौजूद होने के बाद भी वहां पर सफेद सोने का भंडार मिला है.
बताया जा रहा है कि यह भंडार अमेरिका में है. यहां की एक प्राचीन ज्वालामुखी जिसका नाम मैकडर्मिट काल्डेरा है. उसके अंदर यह सफेद सोने यानी लिथियम का भंडार पाया गया है. आपको बता दें कि इस जगह के बारे कम ही लोगों को पता है. यह जगह लोगों के लिए अपरिचित बनी हुई है लेकिन जैसे ही यहां भारी मात्रा में लिथियम मिलने की बात सामने आई पूरी दुनिया की नजरे इस पर टीक गई हैं. इसे सदी की सबसे बड़ी खदान बताया जा रहा है. यह दुनिया की आधी जरुरतों को वर्षों तक पूरा कर सकता है.
132 मिलियन टन
मैकडरमिट काल्डेरा के दक्षिण भाग,जिसे थैकर कहा जाता है. वहां 132 मिलियन टन से अधिक लिथियम हो सकता है. जो दशतकों तक लिथियम की मांग को पूरा कर सकता है, अब तक अन्य जगह मिली मैग्रीशियम स्मेक्टाइट में मौजूद लिथियम से लगभग दोगुना है, जो लिथियम के लिए खनन की जाने वाली मुख्य मिट्टी है.
एक संकट है यहां के रहने वालों का कहना है कि जिस जगह पर यह भंडार मिला है वह उनकी पवित्र भूमि है. जहां वे पारंपरिक दवाओं, पवित्र समारोहों का आयोजन करते हैं ऐसे में इसे खोने नहीं देंगे उन्हें लगता है कि उनकी जमीन खतरे में है. उनका अस्तित्व खतरे में है. इसीलिए वह इस बात का विरोध करते हैं.