Rajasthan News : हिन्दू धर्म में गाय को पूजा की जाती है. गाय की पूजा करना यानी देवताओं की पूजा मानी जाती है. यह वजह है कि लोग कृषि के साथ पशुपालन को बहुत बढ़ावा देते हैं. गांव के लोगों के लिए यह आय का सबसे बड़ा स्रोत्र होता है. लेकिन क्या आपने ऐसा सुना है कि परिवार का कोई भी सदस्य नौकरी न करता हो और वो सब सिर्फ गो-पालन से जीवनयापन कर रहे हों. ऐसा ही एक परिवार राजस्थान में रहता है.
राजस्थान के जयपुर से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर अभयपुरा गांव है. यहां पर एक नाथ परिवार पिछले 300 सालों के गो-पालन कर रहा है. इस परिवार का कोई भी सदस्य नौकरी नहीं करता है और गो-पालन से ही वह घर का खर्च चलाते हैं. मांगीराम नाथ ने बताया कि उनके पिताजी मुकंदा नाथ ने भी 90 सालों तक गो-पालन किया. अब उनकी तीसरी पीढ़ी इस परंपरा को आगे बढ़ा रही है. उनके पोते पप्पू नाथ 40 वर्षों से यह काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं उनके बेटे को भी काम में लगा लिया गया है.
पूरा परिवार लंबे समय से गो-पालन कर रहे हैं दूध बेचकर वो अपना घर खर्च चलाते हैं. गायों से प्रतिदिन 70 लीटर दूध प्राप्त करते हैं. वह इस दूध को डेयरी और खुले रूप में लोगों को बेचते हैं. उन्हें गो-पालन बहुत अच्छा लगता है. यह परिवार बहुत दयालु भी है इन्हें कोई अवारा गाय सड़क पर दिख जाती है को ये लोग उसकी भी सेवा करने लगते हैं. इन्हें गायों की सेवा करना पसंद है इसलिए यह अपनी और दूसरों की गाय में अंतर नहीं करते. First Updated : Friday, 18 August 2023