Ajab-Gajab News : इस राज्य में शादी के तुरंत बाद दूल्हा-दूल्हन करते हैं श्मशान घाट में पूजा

Wedding Rituals : जैसलमेर से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर बड़ा बाग गांव स्थित है. यहां पर शादी के बाद दुल्हा-दूल्हन पहले श्मशान घाट में पूजा करने जाते हैं.

calender

Wedding Rituals : भारत में अलग-अलग संस्कृति, परंपराएं और मान्यताओं का पालन किया जाता है. हर धर्म में अपने रीति-रिवाज होते हैं, जिसका लोग हमेशा पालन करते हैं. देश में विशेषकर शादी-ब्याह में सबसे अधिक नियमों का प्रचलन हैं. वहीं हिंदू धर्म की बात करें तो इसमें शादी के बाद नवविवाहित जोड़ा सबसे पहले अपनी कुल देवी या देवता की पूजा करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में एक ऐसी जगह हैं जहां पर शादी के बाद दुल्हा-दूल्हन पहले श्मशान घाट में पूजा करने जाते हैं.

यहां पर है ये अनोखी परंपरा

राजस्थान के एक गांव में यह अजीबो-गरीबों परंपरा देखने को मिलती है. दरअसल जैसलमेर से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर बड़ा बाग गांव स्थित है. इस गांव में शादी में बहुत ही अनोखी परंपरा निभाई जाती है. जब भी किसी शादी होती है तो नवविवाहित जोड़ा सबसे पहले अपने कुल देवी-देवताओं की नहीं बल्कि श्मशान घाट में पूजा करता है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. गृह प्रवेश होते ही दूल्हा-दूल्हन को पूजा कराने के लिए श्मशान घाट ले जाया जाता है.

श्मशान घाट की पूजा

का राज बड़ा बागगांव में लोगों का मानना है कि राजपरिवार का खानदानी श्मशाट घाट है. जहां पर 103 राजा और रानियों की याद में छतरियों का निर्माण किया गया है. इस श्मशान घाट की वास्तुकला लोगों को आकर्षित करती है. इसे लेकर लोगों की आस्था बहुत मजबूत है. उनका मानना है कि शादी के बाद अगर नवविवाहित श्मशान घाट में पूजा करता है तो उन्हें स्वर्गवासी राजा-रानियों का आशीर्वाद मिलता है. इससे उनका वैवाहिक जीवन सुखद होता है. इसके अलावा यहां पर पूर्णिमा के दिन भी पूजा की जाती है. वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि श्मशान घाट से घुड़सवारों और उनके घोड़ों की टापों की आवाजें सुनाई देती हैं. First Updated : Monday, 31 July 2023