Ajab Gajab: टाइम ट्रेवल की सच्ची घटनाएं , ऐसे लोग जिन्होंने किया था हकीकत में समय यात्रा का अनुभव
Ajab Gajab: ऐसी कई सच्ची घटनायें घाट चुकी हैं जो टाइम ट्रेवल के सच होने की तरफ इशारा करते हैं. तो आइए जानते हैं उन टाइम ट्रेवल की घटनाओं के बारे में -
हाइलाइट
- हां कुछ लोग इसको असंभव मानते हैं तो वहीं कुछ इसको संभव भी मानते हैं
Ajab Gajab: आप सभी ने कभी न कभी टाइम ट्रेवल के बारे में तो सुना ही होगा . हम अक्सर टाइम ट्रवेल के बारे में फिल्मों और कहानियों में सुनते चले आये हैं. जहां कुछ लोग इसको असंभव मानते हैं तो वहीं कुछ इसको संभव भी मानते हैं. दरअसल, इतिहास में ऐसी कई सच्ची घटनायें घाट चुकी हैं जो टाइम ट्रेवल के सच होने की तरफ इशारा करते हैं. तो आइए जानते हैं उन टाइम ट्रेवल की घटनाओं के बारे में -
1.चाइनीज स्विस वॉच
यह बात है साल 2008 के दिसंबर की चाइनीज शोधकर्ता ने एक 400 साल पुराने पत्थर को तराशा तो उसमें से उनको एक अंगूठी के आकार की 100 साल पुरानी घड़ी मिली थी. उस घड़ी में टाइम 10 बजकर 6 मिंट पर रुका हुआ था और यह घड़ी स्विट्जरलैंड में बनाई गयी थी, लेकिन हैरानी वाली बात यह थी कि 500 साल पहले तो स्विट्जरलैंड का कोई अस्तित्व ही नहीं था. तो यह घड़ी कहां से आ गयी.
2. लिवरपुल टाइम स्लिप
साल 1996 जुलाई के महीने की एक दोपहर में फ्रेंक और उनकी पत्नी कैरल लिवरपुल यूके के एक स्थान पर शोपिंग करने गए, फ्रेंक बिलस बुक शॉप की एक दुकान पर जाने लगे लेकिन कुछ दूर जाते ही वह एक पतली सी गली से होते हुए गुजरे, तो उन्हें एक अजीब का अहसास हुआ, वह इसलिए की उनके आस - पास का नज़ारा थोड़ा सा कुछ अलग नज़र आ रहा था. गली के बाहर की रोड एकदम खामोश थी लेकिन एकदम से उनके पास एक वेन तेज़ी से हॉर्न बजाते हुए निकली जो दिखने में 1950 के जैसे नज़र आने वाली वेन के जैसी थी. जिसके साइड में केप्लेन्स लिखा हुआ था.
हक्का - बक्का हुए फ्रेंक ने खुद को एक सड़क के बीचो - बीच पाया, इसके बाद वह जब बुक शॉप की तरफ गया तो उसने वहां देखा की शॉप तो वहां थी ही नहीं . उसकी जगह पर क्रिप्स फ़ूड वेयर की दुकान मौजूद थी. जिसको देख फ्रेंक काफी हैरान हुआ था. फ्रेंक ने जब उत्सुकता के साथ दुकान के अंदर झांका तो उसने देखा वहां महिलाओं के हैंड बैग्स और शूज थे.
इसके बाद फ्रेंक के अपने आस - पास भी जब नज़र करके देखा तो उसनेपाया कि लोगों का पहनावा साल 1940 दशक के लोगो जैसी थी.तभी फ्रेंक को एक महिला दिखाई दी जिसने एक फेमस कंपनी का हैंड बैग कैरी किया हुआ था. फ्रेंक उस महिला के पास गए और उससे पूछा - 'क्या तुम्हें भी इस जगह में कुछ अजीब नज़र नहीं आ रहा? जिसके जवाब में उस महिला ने कहा - हाँ मैं यहां अपने लिए पर्स लेने आई थी, लेकिन यहां तो केवल बुक्स ही हैं. यह सुन फ्रेंक एकदम से आश्चर्य में पड़ गया. इस बीच फ्रेंक की पत्नी भी वहां पहुंच गयी उसने अपने पति को ऐसे परेशान होते देख पूछा - तुम्हें क्या हुआ है? तो फ्रेंक ने कहा की मैंने अभी - अभी कुछ अजीब सा महसूस किया है और पूरी घटना के बारे में उसे बताया.
इसके बाद फ्रेंक ने इस जगह के बारे में रिसर्च की तो पाया कि वाकई ठीक उसी जगह पर क्रिप्स नाम का एक शो रूम 1940 के दशक में हुआ करता था. इससे पहले फ्रेंक को इस जगह के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी.