इस काम के लिए अकबर अपने हरम में किन्नरों को रखता था, महिलाएं और किन्नर मिलकर...

Mughal King Akbar : मुगल बादशाह अकबर की अनेकों कहानियां प्रचलित हैं। इतिहास में अकबर के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है। कहा जाता है कि अकबर की हरम में 5 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल थीं।

Tahir Kamran
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हाइलाइट

  • अकबर की हरम में 5 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल थी।
  • अकबर की हरम में किन्नरों को भी रखा जाता था।

Mughal King Akbar : इतिहास की किताबों में आपने अकबर के बारे में जरूर पढ़ा होगा। अकबर का पूरा नाम जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर था। अकबर को मुगल राजाओं में सबसे ऊपर गिना जाता है। वह मुगल वंश के तीसरे शासक थे। उन्होंने करीब 49 वर्ष 9 महीने तक शासन किया था। अपने शासनकाल के दौरान अकबर अपनी सल्तनत की सुरक्षा के लिए कई तरह के प्रयोग किया करता था। इन्हीं प्रयोगों में एक था किन्नरों को हरम में रखना। 

अकबर के बारे में बहुत सी कहानियां बताई जाती हैं। उनके शासन काल के दौरान उनके द्वारा जीते गए राज्यों से लेकर हरम में शामिल महिलाओं को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि अकबर अपनी सुरक्षा के लिए महिलाओं और किन्नरों को ढाल बनाकर रखता था। हरम के बारे में आपने तो सुना ही होगा। कहा जाता है कि अकबर के हरम 5 हजार से ज्यादा महिलाएं थीं। इनमें किन्नर भी शामिल थीं। लेकिन अकबर अपने हरम में किन्नरों को ही क्यों रखता था? क्या आपको इसके पीछे की कहानी पता है? इतहास में इसे लेकर कई तरह की कहानियां कही गई हैं।

विशेष सहायक के रूप में रखा जाता था

जैसा कि इतिहास में कहा गया है कि अकबर के हरम में हजारों की संख्या में रानियां थीं। अकबर को जो भी औरत या लड़की पसंद आ जाती है वह उसे अपनी हरम में शामिल कर लेता था। यहां तक कई औरतों से वो निकाह भी करता था। इतिहास के पन्नों और इतिहासकार कुछ इसी तरह की बातें बताते हैं। सच क्या इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं। कई रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि रानियां और हरम में शामिल महिलाएं अकबर की साहायिका के रूप में काम किया करती थीं। अकबर अपनी रक्षा के लिए सैनिकों की बजाए किन्नरों का प्रयोग ज्यादा करता था। अकबर की हरम की रक्षा किन्नरों ने ही की थी।

तनख्वाह भी मिलती थी

अकबर की हरम में जो भी महिलाएं और किन्नरें काम करती थी उन्हें तनख्वाह भी दी जाती थी। ये महिलाएं और किन्नरें एक विशेष स्थान पर अपनी सेवाएं देती थी। सभी की सैलरी उनके पद के हिसाब से निर्धिरित थी। अगर कोई किन्नर बीमार हो जाता था तो उसकी देखरेख के लिए हकीम मौजूद रहा करते थे। एक किन्नरों को अकबर की सेना में शामिल किसी सिपाही से ज्यादा सुविधांए मिलती थी। 

चेतावनी: ऊपर लिखी हुई बातें इतिहास और रिपोर्ट्स पर आधारित है। हम इसके सही या गलत होने की पुष्टी नहीं करते। 

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28 June 2023, 11:25 AM IST

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