Bahu Pati Vivah : भारत एक ऐसा देश है जहां पर कई प्रथाओं परंमराओं का पालन किया जाता है। आज भी दशकों से चली आ रही प्रथाएं चलन में हैं विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में यह ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसी ही द्रौपदी प्रथा है, जोकि आज के समय में भी चलन में है। आपने टीवी पर महाराभारत सीरियल को तो देखा ही होगा। जिसमें पूरी द्रौपदी का चरित्र महाभारत का केंद्रीय चरित्र है। द्रौपदी की शादी पांच पांडव भाइयों से हुई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में आज भी द्रौपदी की तरह बहु पति प्रथा को सामाजिक मान्यता मिली हुई है।
देश के हिमाचल व तिब्बत के कई इलाकों में बहु पति प्रथा आज भी मान्य है। इसके तहत एक लड़की की शादी परिवार के कई भाइयों से कराई जाती है। ये प्रथा उत्तराखंड समेत देश के कई हिस्सों पर है। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कबायली इलाकों में वर्तमान समय में भी कई महिलाओं के एक से लेकर 5-7 पति होते हैं। बहु पति प्रथा दक्षिण भारत और नार्थ ईस्ट में कई जनजातियों में देखने को मिलती है।
बहु पति विवाह में सभी परिवार के सभी भाई अपनी पत्नी के खुशी-खुशी रहते हैं। पति एक-एक करके अपनी पत्नी के साथ समय गुजारते हैं और किसी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आती है। वहीं महिलाएं भी खुश होकर इस परंपरा को स्वीकार करती है। एक ही छत के नीचे परिवार अच्छे से रहता है। हालांकि भाइयों में से एक की मौत हो गई, तो महिला को दुख नहीं मनाने दिया जाता है।
बहु पति विवाह में विवाह के बाद भाइयों के बीच विवाहित जीवन को लेकर एक नियम बनता है। जिसके अंदर टोपी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अगर कोई भाई पत्नी के साथ कमरे में होता है तो अपनी टोपी बाहर रख देता है, जिससे दूसरा भाई देखकर कमरे में नहीं आता। First Updated : Saturday, 01 July 2023