चोरों की हिम्मत तो देखो, जज के घर पहले बनाकर खाया खाना, फिर बर्तन धुल पैसे और गहने लेकर हुए फरार

Viral News: ओडिशा के गंजाम जिले के भंजनगर में चोरों ने अनोखी चोरी को अंजाम दिया है. यहां अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश के घर में चोरों ने घुसकर न सिर्फ डोसा और चाय बनाई, बल्कि पकड़े जाने के डर से बर्तन भी धो डाले. इसके बाद चोर कीमती आभूषण और नकदी लेकर फरार हो गए.

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Viral News: ओडिशा के गंजाम जिले के भंजनगर में चोरों ने एक अनोखी चोरी को अंजाम दिया है. यहां अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश देवदत्त पटनायक के घर में चोरों ने घुसकर न केवल डोसा और चाय बनाई, बल्कि पकड़े जाने के डर से बर्तन भी धो दिए. इसके बाद चोर कीमती गहने और नकदी लेकर फरार हो गए. 

इस घटना ने पूरे इलाके में चर्चा का माहौल बना दिया है. जज पूजा की छुट्टियों के दौरान अपने गांव गए हुए थे, और तभी चोरों ने इस वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और कुछ ही समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. 

गांव गए हुए थे जज साहब

17 अक्टूबर को भंजनगर के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश के घर में चोरी की घटना हुई. चोरों ने जज के आवास के वेंटीलेटर को तोड़कर घर में प्रवेश किया. इस दौरान जज घर पर नहीं थे क्योंकि वे पूजा की छुट्टियों के चलते अपने गांव गए हुए थे.

पहले खाया खाना और फिर की चोरी

चोरों ने घर में प्रवेश करने के बाद पहले रसोई में जाकर डोसा बनाया और चाय पी. इसके बाद पकड़े जाने के डर से बर्तन भी धो दिए. लगभग एक घंटे तक घर में मौजूद रहकर चोरों ने कपड़े, सोने के गहने, और नकदी पर हाथ साफ किया.

जज ने दर्ज कराई शिकायत

21 अक्टूबर को जज ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड की मदद से घटनास्थल की जांच की और आसपास के मोबाइल नंबरों की लोकेशन भी ट्रैक की. आखिरकार, 2 नवंबर को भुवनेश्वर से दो चोरों - शिव मलिक और तूफान महाराणा - को गिरफ्तार किया गया.

पकड़े गए चोर

पुलिस ने साइबर टीम की मदद से चोरों की तलाश शुरू की और फोन लोकेशन का इस्तेमाल करते हुए दोनों को ट्रैक किया. पूछताछ के दौरान दोनों ने अपराध कबूल कर लिया. पुलिस ने बताया कि इनमें से एक अभियुक्त पर गंजाम जिले में 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो उन्हें आदतन अपराधी साबित करते हैं.

चोरी का मामला बना लूट

पहले चोरों पर बीएनएस की धारा 331(2), 331(4), 305 लगाई गई थी. लेकिन कोर्ट में पेश किए जाने के बाद न्यायाधीश ने इसे लूट का मामला माना और धारा 331(1), 333(3), 305, 3(5) के तहत केस दर्ज किया. पुलिस ने बताया कि चोरों ने घटना के दौरान एक प्रकार से उत्सव मनाया, जिससे उनका दुस्साहस स्पष्ट होता है. First Updated : Wednesday, 06 November 2024