कौन हैं बेंगलुरु के ब्रीडर एस सतीश? जिन्होंने 50 करोड़ रुपये में खरीदा सबसे महंगा वुल्फडॉग
Bangalore dog breeder S Satish: बेंगलुरु के मशहूर डॉग ब्रीडर एस सतीश ने दुनिया के सबसे महंगे वुल्फडॉग "कैडाबॉम्ब ओकामी" को 50 करोड़ रुपये में खरीदा है. यह दुर्लभ नस्ल जंगली भेड़िये और कोकेशियान शेफर्ड का मिश्रण है, जिसकी अनूठी बनावट और ताकत ने इसे खास बना दिया है.

Bangalore dog breeder S Satish: बेंगलुरु के जाने-माने डॉग ब्रीडर एस सतीश ने हाल ही में एक दुर्लभ वुल्फडॉग को 50 करोड़ रुपये में खरीदा है. इस खास नस्ल के कुत्ते का नाम "कैडाबॉम्ब ओकामी" है, जिसे दुनिया का सबसे महंगा वुल्फडॉग बताया जा रहा है. यह कुत्ता जंगली भेड़िये और कोकेशियान शेफर्ड का अनूठा मिश्रण है, जो अपनी ताकत और विशिष्टता के कारण चर्चा में बना हुआ है.
एस सतीश ने इस वुल्फडॉग को फरवरी में एक ब्रोकर के माध्यम से खरीदा था. यह कुत्ता केवल आठ महीने का है, जिसका वजन 75 किलोग्राम और लंबाई 30 इंच है. दुनिया में यह पहली बार हुआ है कि इस नस्ल के कुत्ते की बिक्री हुई है, जिससे इसकी दुर्लभता और अधिक बढ़ गई है.
भेड़िये जैसी बनावट वाला अनोखा कुत्ता
एस सतीश ने "द सन" से बातचीत में बताया, "यह नस्ल बहुत ही दुर्लभ है और पूरी तरह भेड़िये जैसी दिखती है. इसे अमेरिका में पाला गया था और यह बेहद खास है. मैंने इसे खरीदने के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए, क्योंकि मुझे अनोखे कुत्तों का शौक है और मैं उन्हें भारत लाना चाहता हूं."
कोकेशियान शेफर्ड की खासियत
कैडाबॉम्ब ओकामी का एक हिस्सा कोकेशियान शेफर्ड नस्ल से आता है, जो जॉर्जिया और रूस के ठंडे इलाकों में पाए जाते हैं. इस नस्ल का उपयोग आमतौर पर भेड़ियों और अन्य शिकारियों से पशुओं की रक्षा के लिए किया जाता है. यह कुत्ते अपने मजबूत शरीर, मोटे फर और शक्तिशाली स्वभाव के लिए जाने जाते हैं.
डॉग ब्रीडिंग छोड़ने के बाद भी जारी है सतीश का जुनून
एस सतीश, जो इंडियन डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन का नेतृत्व करते हैं, ने कुछ साल पहले कुत्तों का प्रजनन बंद कर दिया था. हालांकि, अब वे अपने दुर्लभ कुत्तों को पशु प्रेमियों के सामने पेश करके अच्छी कमाई कर रहे हैं.
शो से होती है लाखों की कमाई
सतीश ने बताया कि वह अपने कुत्तों के साथ शो आयोजित करते हैं, जिससे उन्हें अच्छा खासा मुनाफा होता है. 30 मिनट के कार्यक्रम के लिए वे लगभग 2.5 लाख रुपये और पांच घंटे के शो के लिए करीब 10 लाख रुपये कमाते हैं. उन्होंने कहा, "मैं इन दुर्लभ कुत्तों पर इसलिए खर्च करता हूं, क्योंकि लोग इन्हें देखने के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं. मेरे कुत्ते और मुझे किसी फिल्मी अभिनेता से भी ज्यादा ध्यान मिलता है."
पालतू कुत्तों के लिए खास इंतजाम
सतीश के पास एक चाउ चाउ नस्ल का कुत्ता भी है, जो लाल पांडा जैसा दिखता है. उनके सभी पालतू कुत्तों के लिए सात एकड़ में फैला एक विशाल फार्महाउस है, जहां प्रत्येक कुत्ते के लिए 20 फीट x 20 फीट का बड़ा केनेल बनाया गया है. इनके सुरक्षा इंतजाम भी बेहद कड़े हैं- संपत्ति के चारों ओर 10 फीट ऊंची दीवारें और 24/7 CCTV निगरानी रखी गई है.