BKU के नेता ने की दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई, VIDEO की क्या है सच्चाई?
Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें कहा गया कि BKU के नेता ने दलित युवकों की बेहरमी से पिटाई की है. पंजाब पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता मंजीत सिंह घरचोन को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया, जब एक पुराने वीडियो में उन्हें संगरूर में दो दलित युवकों पर बेरहमी से हमला करते दिखाया गया था. सामुदायिक दबाव के बाद, घरचोन को अधिकारियों को सौंप दिया गया.
Viral Video: दलितों के साथ भेदभाव के मामले सामने आते रहते हैं. हाल ही में एक BKU के नेता का वीडियो सामने आया जिसमें वो कु युवकों को पीटते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने नेता मंजीत सिंह घरचोन को गिरफ्तार कर लिया है. इसके पहले जब लोगों का गुस्सा बढ़ने लगा तो घराचोन को साथी किसान यूनियन नेताओं ने खुद ही संगरूर डीएसपी मनोज गोर्सी को सौंप दिया गया.
रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि घराचोन को भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत आरोपों का सामना करना पड़ता है, जिसमें धारा 341, 323, 325, 148 और 149 के साथ-साथ एससी/एसटी अधिनियम की धारा 3(आई)(एक्स) भी शामिल है, इसमें "पिटाई" और जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल शामिल है.
क्या है मामला?
बीकेयू उगराहां के प्रमुख जोगिंदर सिंह ने घटना के बारे में बताया कि संघर्ष घरचोन के बेटे और दलित युवाओं के बीच मौखिक विवाद से शुरू हुआ. स्थिति तब बिगड़ गई जब दलित युवकों ने कथित तौर पर घरचोन के बेटे पर हमला किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसके बाद हिंसक जवाबी कार्रवाई हुई.
#Horrific Bharatiya Kisan Union leader Manjit Singh Gharchon brutally beat up two Dalit youths, feudal people have always oppressed Dalits. pic.twitter.com/r3geuQPAEy
— The Dalit Voice (@ambedkariteIND) June 30, 2024
क्यों पुलिस को सौंपा?
जानकारी के मुताबिक, कि यूनियन ने इस घटना को "मजदूर बनाम किसान" मुद्दे के रूप में इस्तेमाल होने से रोकने के लिए घरचोन को पुलिस को सौंपने का फैसला किया. उन्होंने कहा, "हमने घरचोन को पुलिस को सौंप दिया है ताकि कोई इसे 'मजदूर बनाम किसान' मुद्दा बनाकर फायदा न उठा सके." यह गिरफ्तारी समुदायों के बीच चल रहे तनाव में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है, जो जाति-आधारित हिंसा की गंभीर प्रकृति और जवाबदेही की जरूरत को उजागर करती है.