लड़के को रास नहीं आया महिला थानेदार का तमाचा, बदले में की थप्पड़ों की बौछार, Video वायरल
MP Viral Video: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसनें पूरे पुलिस महकमे में खलवली मचा दी है. वायरल वीडियो में किसी बात को लेकर एक महिला थानेदार और एक लड़के से बहस छिड़ जाती है. इस बीच महिला थानेदार लड़के के गाल पर कसकर तमाचा जड़ देती है. लेकिन शायद उसे से बात रास नहीं आती और बदले में वो महिला थानेदार पर थप्पड़ों की बौछार कर देता है.
MP Viral Video: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में महिला थाना प्रभारी और एक युवक के बीच थप्पड़बाजी की घटना ने पूरे पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक और महिला थानेदार के बीच पहले तीखी बहस होती है, फिर मामला हाथापाई तक पहुंच जाता है.
यह अप्रत्याशित घटना ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम और पुलिस की कार्रवाई को लेकर विवाद के बाद हुई. वीडियो ने न केवल पुलिस विभाग को हिलाकर रख दिया है, बल्कि जनता में भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.
महिला थानेदार जाम खुलवाने पहुंची और लड़के ने थप्पड़ जड़ दिया देखें वीडियो#MadhyaPradesh #madhyapradeshnews #IndiaDaily pic.twitter.com/dPW83HuFq3
— India Daily Live (@IndiaDLive) November 18, 2024
क्या है पूरा मामला?
टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव धसान थाना क्षेत्र के दरगवां गांव में 50 वर्षीय किसान घूरका लोधी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. हादसे के बाद ग्रामीणों ने नाराज होकर खरगापुर-बड़ागांव मार्ग पर जाम लगा दिया और मामले की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की. जाम खुलवाने के लिए बड़ागांव थाना प्रभारी अनु मेघा गुप्ता दुबे मौके पर पहुंचीं. इस दौरान थाना क्षेत्र की सीमा को लेकर बहस छिड़ गई. गुस्से में महिला थानेदार ने एक युवक को थप्पड़ मार दिया. जवाब में युवक ने भी महिला थानेदार पर थप्पड़ों की बौछार कर दी.
पुलिस महकमे में हड़कंप
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में पुलिस और ग्रामीणों के बीच बहस और थप्पड़बाजी साफ दिखाई दे रही है. वीडियो ने न केवल पुलिस विभाग को हिलाकर रख दिया है, बल्कि जनता में भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.
ग्रामीणों में नाराजगी
ग्रामीणों का आरोप है कि यदि पुलिस समय पर पहुंचती और घायल किसान को अस्पताल ले जाती, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी. इस देरी से ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया. प्रशासन ने स्थिति को शांत करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और लोगों को समझाने की कोशिश की.