धरती की वो जगह जहां से दिखता है भविष्य, एक छोर पर ‘आज’ और दूसरे पर ‘कल’, लेकिन जाना मना
आज हम आपको एक ऐसे जगह के बारे में बताने जा रहे है जो धरती का एकमात्र ऐसा अनोखा स्थान है, जहां इंसान ‘भूत’ से ‘भविष्य’ में पहुंच सकता है. इसका कारण है इंटरनेशनल डेट लाइन, जो इन दो द्वीपों के बीच से गुजरती है और एक दिन का अंतर पैदा करती है.

क्या आप जानते हैं कि धरती पर एक ऐसा स्थान भी है, जहां आप सिर्फ कुछ कदम चलकर 'कल' से 'आज' या 'आज' से 'कल' में जा सकते हैं? सुनने में यह किसी साइंस फिक्शन फिल्म का हिस्सा लगे, लेकिन यह जगह वाकई मौजूद है. यह रहस्यमयी स्थान है डायोमीड आइलैंड, जो प्रशांत महासागर के बर्फीले पानी के बीच स्थित है.
इस द्वीप की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां पर इंटरनेशनल डेट लाइन गुजरती है, जो एक ही जगह को दो अलग-अलग समय में बांट देती है. यानी एक द्वीप पर रविवार होता है, तो दूसरे पर सोमवार. यही वजह है कि इसे "Tomorrow Island" और "Yesterday Island" के नाम से भी जाना जाता है.
डायोमीड द्वीप: समय का द्वार
डायोमीड द्वीप दो हिस्सों में बंटा हुआ है – बिग डायोमीड और लिटिल डायोमीड. दोनों द्वीपों के बीच की दूरी महज 4.8 किलोमीटर है, लेकिन इसी दूरी में छुपा है एक अनोखा रहस्य. इन दोनों के बीच से इंटरनेशनल डेट लाइन गुजरती है, जो एक दिन का अंतर पैदा करती है. यानी अगर आप लिटिल डायोमीड (अमेरिका) से बिग डायोमीड (रूस) की ओर चलते हैं, तो आप भविष्य में प्रवेश कर जाते हैं.
क्यों कहते हैं इसे ‘कल’
लिटिल डायोमीड अमेरिका के अधीन है, जबकि बिग डायोमीड रूस का हिस्सा है. दोनों द्वीपों की समय क्षेत्र में अंतर की वजह से बिग डायोमीड हमेशा एक दिन आगे रहता है. यही वजह है कि एक को ‘Yesterday Island’ और दूसरे को ‘Tomorrow Island’ कहा जाता है.
वैज्ञानिक खोज और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
इस रहस्यमयी द्वीप की खोज साल 1728 में डेनिश-रशियन नाविक विटस बेरिंग ने की थी. बाद में 1982 में अमेरिका और रूस के बीच सीमा तय की गई और तबसे इन द्वीपों के बीच यात्रा अवैध घोषित कर दी गई. चूंकि दोनों देशों के संबंध हमेशा मधुर नहीं रहे, इसलिए यहां आम लोगों का जाना मना है.
बर्फ से बना ‘टाइम ब्रिज’
ठंड के मौसम में जब समुद्र जम जाता है, तब इन दोनों द्वीपों के बीच एक बर्फीला पुल बन जाता है. इसी पुल के सहारे कोई भी व्यक्ति पैदल चलकर एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक जा सकता है – यानी ‘भूत’ से ‘भविष्य’ में और ‘भविष्य’ से वापस ‘भूत’ में लौट सकता है. सोचिए, रविवार को निकलें और सोमवार को पहुंच जाएं – वो भी सिर्फ पैदल चलकर.
लेकिन क्यों है यहां जाना मना?
हालांकि यह जगह टाइम ट्रैवल जैसी रोमांचक अवधारणा को हकीकत में महसूस करने का मौका देती है, लेकिन इस पर जाना कानूनी रूप से मना है. चूंकि यह अमेरिका और रूस की सीमा पर स्थित है, इसलिए सुरक्षा कारणों से यहां जाना प्रतिबंधित है. साथ ही बिग डायोमीड पर अब कोई भी स्थायी रूप से नहीं रहता, जिससे यह द्वीप पूरी तरह वीरान है.
आस्था, रोमांच और रहस्य का संगम
डायोमीड द्वीप सिर्फ एक भूगोलिक स्थान नहीं, बल्कि यह उस सोच का प्रतीक है, जहां विज्ञान, कल्पना और रहस्य मिलकर एक नई दुनिया बनाते हैं. यह द्वीप हमें यह एहसास दिलाता है कि समय कितना सापेक्ष है और हमारी दुनिया में अब भी कई ऐसे रहस्य हैं, जो किसी जादू से कम नहीं.