Disappearing Voices in Balochistan: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में इन दिनों जबरन गायब होने की घटनाओं ने एक बार फिर से गंभीर चिंता का विषय बना दिया है. अलग-अलग इलाकों में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा 10 से अधिक बलूच नागरिकों को उठा लिया गया है. ये घटनाएं सिर्फ बलूचिस्तान ही नहीं, बल्कि पूरे पाकिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर सवाल उठा रही हैं.
गायब हुए छात्र, किसान और नागरिक
उथल, जिवानी, तुरबत और कराची जैसे इलाकों से कई बलूच नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उथल में, कृषि विश्वविद्यालय के चार छात्र – गुलाब, बालाच, बयान और नासिर – अचानक गायब हो गए. ये छात्र बाजार में थे, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें गिरफ्तार किया. उनके सहपाठियों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद से वे उनके बारे में कुछ नहीं जान पाए हैं.
वहीं, जिवानी में फकीर मुहम्मद, उनके बेटे दाद मुहम्मद और दरजान को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. तुरबत के अस्कानी क्षेत्र से भी दो और लोग – वारिस और निसार – गायब हुए हैं और कराची में, रिक्शा चालक सादिक अहमद को भी गिरफ्तार किया गया. इन सब घटनाओं ने बलूचिस्तान में चिंता की लकीरें और गहरी कर दी हैं.
मानवाधिकार संगठनों की चिंता
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और संगठनों ने बलूचिस्तान में बढ़ती जबरन गायब होने की घटनाओं पर अपनी चिंता जाहिर की है. बलूच यकझेती समिति (BYC) ने इस मुद्दे पर एक पोस्ट जारी करते हुए कहा कि इन घटनाओं ने बलूच राष्ट्र को उत्पीड़न के सबसे खराब रूपों से रूबरू कर दिया है. हर दिन न्यायेतर हत्याओं और गायब होने की खबरें सामने आ रही हैं और कई मामलों में, इन पीड़ितों को मार दिया जाता है.
बलूच समुदाय के लिए यह अत्यधिक चिंता का कारण है, क्योंकि इन घटनाओं में उनके परिवारों के सदस्य और समाज के असामान्य लोग शामिल होते हैं. BYC ने कहा कि अब तक सैकड़ों निर्दोष लोग इस क्रूर प्रथा का शिकार हो चुके हैं और इनकी पहचान तक नहीं मिल पाती. हाल ही में एक घर से आठ बलूच व्यक्तियों को जबरन गायब कर दिया गया, जिसमें बुजुर्ग डॉक्टर जफर भी शामिल थे.
आखिरकार क्या होगा?
बलूचिस्तान में जबरन गायब होने की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और यह सवाल उठता है कि पाकिस्तान सरकार कब तक इन मानवाधिकार उल्लंघनों पर चुप रहेगी. BYC ने अपने आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया है और कहा है कि वे इस जबरन गायब होने की प्रक्रिया को खत्म करने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे.
बलूचिस्तान की यह स्थिति साफ तौर पर एक गंभीर चिंता का विषय है और आने वाले समय में इससे जुड़े मामलों पर पूरी दुनिया को ध्यान देने की जरूरत है. क्या पाकिस्तान इन आरोपों का जवाब देगा? क्या बलूच समुदाय को इंसाफ मिलेगा? यह देखना होगा. First Updated : Saturday, 30 November 2024