चौंकिएगा मत! सूरत-बैंकॉक फ्लाइट में यात्री गटक गए लाखों की शराब, स्नैक्स और चखना भी खत्म
गुजरात के सूरत से बैंकॉक जा रही एक फ्लाइट में यात्री 15 लीटर शराब पी गए. फ्लाइट में कुल 300 यात्री थे, जिन्होंने 1.8 लाख रुपये की लगभग 15 लीटर शराब और कुछ गुजराती स्नैक्स खा लिए.
सूरत से बैंकॉक जा रही फ्लाइट में एक अजीबोगरीब वाक्या हो गया. इस फ्लाइट में गुजरात के सूरत से बैंकॉक जा रहे यात्रियों ने सिर्फ 4 घंटे में ही शराब का स्टॉक खत्म कर दिया. जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट में 300 यात्री सवार थे और 1.80 लाख रुपये की 15 लीटर शराब 4 घंटे में ही गटक गए. इतना ही नहीं थेपला, खमण जैसे स्नैक्स भी खत्म हो गए. बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने शुक्रवार को गुजरात के सूरत से बैंकॉक के लिए अपनी पहली सीधी उड़ान शुरू की.
गुजराती यात्रियों ने जो शराब सबसे ज्यादा पीं, उनमें शिवास रीगल, बकार्डी और बीयर शामिल हैं, जिनकी कीमत 1.8 लाख रुपये है. खपत इतने बड़े स्तर पर हुई कि फ्लाइट के चालक दल भी हैरान थे. स्टॉक की सारी शराब खत्म हो गई थी.
Surat to Bangkok flights started today.
— Mr Sinha (@MrSinha_) December 21, 2024
Passengers drank 15 liters of alcohol on the flight, and the alcohol ran out even before the plane reached Bangkok.
300 passengers consumed alcohol worth ₹1.8 lakhs during the 4-hour-long journey. They even finished all the snacks. 🤣😂 pic.twitter.com/aq89qFS1xk
गुजराती खाना लाए साथ
सूत्रों ने बताया कि चालक दल को बैंकॉक पहुंचने से पहले घोषणा करनी पड़ी कि उनके पास शराब खत्म हो गई है. यह यात्रा अपने पारंपरिक उड़ानों से अलग थी. खास था कि यात्रियों ने शराब के साथ चखना पिज्जा जैसी अन्य वस्तुएं नहीं, बल्कि थेपला और खमन जैसे पारंपरिक गुजराती स्नैक्स थे.
सोशल मीडिया पर बहस
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि यह प्रति व्यक्ति केवल 50 मिलीलीटर है यानी प्रति व्यक्ति दो पैग! आखिर इस पर इतना हंगामा क्यों है? एक अन्य ने लिखा कि गुजरात में शराबबंदी है, फ्लाइट में मिली तो सब गटक गए. इसमें गलत क्या है? एक अन्य ने लिखा कि फ्री का माल लूटने में तो यहां रिकॉर्ड ही बना दिया. एक अन्य ने लिखा कि गुजरात के लोग पूरा पैसा वसूल करते हैं.
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि गुजरात एक ड्राई स्टेट है. गुजरात हवाईअड्डे पर उड़ानों को शराब ले जाने की अनुमति कैसे दी गई? एक अन्य ने लिखा कि इससे अंदाजा लगाओ कि गुजरात में शराबबंदी के कारण कितना नुकसान हुआ होगा.
गुजरात में शराब बैन
गुजरात में शराब का सेवन और इसकी बिक्री बैन है. 1960 में इसके गठन के बाद से राज्य में निषेध कानून है, लेकिन इसने निवासियों को शराब पीने से नहीं रोका है. गुजरात सरकार ने हाल ही में गांधीनगर में बनाए जा रहे गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT) भारत के पहले वित्तीय सेवा केंद्र में शराब के सेवन की अनुमति दी है.