आंध्र प्रदेश में बड़ा दूध घोटाला, गधी के दूध के नाम पर 200 किसानों से लाखों रुपये हड़पे

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में एक शख्स ने गधी के दूध के नाम पर 200 किसानों से करोड़ों रुपये ठग लिए! उसने दावा किया कि गधी का दूध बेचकर लोग लाखों कमा सकते हैं, लेकिन जब किसानों ने दूध बेचना शुरू किया तो वो धोखा खा गए. आखिरकार यह पूरा मामला पुलिस तक पहुंचा लेकिन ठग फरार हो चुका है. जानिए कैसे एक 'धोखेबाज' ने गधी के दूध का व्यापार बना कर किसानों को बेवकूफ बनाया. पढ़ें पूरी कहानी!

JBT Desk
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AndhraPradesh: कभी आपने सुना है कि गधी के दूध का व्यापार भी किया जा सकता है? क्या यह सच हो सकता है कि गधी के दूध के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठग लिए जाएं? दरअसल ये मामला आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले से सामने आया है, जहां एक शख्स ने गधी के दूध के नाम पर 200 किसानों से 9 करोड़ रुपये की ठगी की और फिर फरार हो गया. इस घोटाले ने न सिर्फ किसानों को चौंकाया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे कोई धोखेबाज लोगों की भोली-भाली भावनाओं का फायदा उठा सकता है.

गधी के दूध का व्यापार शुरू कर किसानों को किया गुमराह

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के नुतलापति मुरली ने तीन महीने पहले 'जेनी मिल्क' नाम से एक डेयरी फार्म की शुरुआत की थी. उसने गांव के लोगों से कहा कि वह गधी के दूध का व्यापार करेगा, जिसमें वे भी निवेश कर सकते हैं और लाखों रुपये कमा सकते हैं. इसके बदले, नुतलापति ने 3 लाख रुपये की रकम जमा करने की शर्त रखी. मुरली ने भरोसा दिलाने के लिए 200 गांववालों को गधे भी दिए और कहा कि वे इन गधों से दूध निकालें. इसके बदले, उनका डेयरी फार्म प्रति लीटर गधी का दूध 2,000 रुपये में खरीदेगा. इसके बाद, लोगों ने गधे खरीदकर उनका दूध निकालना शुरू किया लेकिन मुरली ने किसी से एक बूंद दूध तक नहीं खरीदा.

फरार होने से पहले नुतलापति मुरली ने क्या किया?

जेनी मिल्क फार्म के मैनेजर ने लोगों को टालते हुए कहा कि वह दूध खरीदने के लिए जल्द ही संपर्क करेंगे. लेकिन जब किसानों ने कोई पैसे या दूध की खरीदारी नहीं देखी, तो उनकी आशंका बढ़ी. जांच में पता चला कि इस डेयरी फार्म के पास न तो कोई परमिट था, न ही कोई कानूनी दस्तावेज. इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और पता चला कि नुतलापति मुरली ने 200 किसानों से कुल 9 करोड़ रुपये की ठगी की है.

पुलिस ने किया फार्म को सील, फरार है ठग

इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने न केवल जेनी मिल्क डेयरी फार्म को सील कर दिया, बल्कि मुरली के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. फिलहाल, वह फरार है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. सोशल मीडिया पर इस घोटाले को लेकर भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि कैसे कोई इस तरह के झूठे वादों के जरिए मासूम किसानों को धोखा दे सकता है. इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि समाज में अब भी ऐसे धोखेबाज सक्रिय हैं, जो लोगों की मेहनत और विश्वास को अपने फायदे के लिए छलते हैं.

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10 November 2024, 07:38 AM IST

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