Animal euthanasia: विंचेस्टर कोरोनर्स कोर्ट में हुई एक जांच में सामने आया कि 35 वर्षीय ब्रिटिश पशु चिकित्सक, डॉ. जॉन एलिस ने आत्महत्या की थी. यह घटना 2022 में हुई थी और डॉ. एलिस ने इच्छामृत्यु दवाओं का उपयोग करके अपनी जान ली. वे एंडरसन मूर्स वेटरनरी स्पेशलिस्ट्स में एक कुशल और प्रतिष्ठित पशु चिकित्सक के रूप में काम कर रहे थे. उनके सहकर्मियों ने उन्हें एक अद्भुत और अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली चिकित्सक के रूप में याद किया.
रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. एलिस मानसिक रूप से तनावग्रस्त थे, खासकर तब जब पालतू जानवरों के मालिकों ने चिकित्सा देखभाल के बजाय अपने जानवरों को इच्छामृत्यु देने का फैसला किया. डॉ. एलिस अक्सर इस बारे में अपनी उदासी व्यक्त करते थे, खासकर तब जब पैसे की चिंता के कारण जानवरों को सही इलाज नहीं मिल पाता था. उनकी मां, टीना एलिस ने अदालत में बताया कि वह इस असामान्य और दुखद स्थिति से बेहद आहत थे. उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, "उनके पास नई कार है, लेकिन वे अपने जानवर के इलाज के लिए पैसे नहीं देंगे."
6 नवंबर, 2022 को डॉ. एलिस अपने घर से बाहर गए थे. उन्होंने एक नर्स से कहा था कि वह अपने दोस्त के कुत्ते को इच्छामृत्यु की दवा दे रहे हैं. हालांकि, जब उनका दोस्त घर से बाहर था, डॉ. एलिस ने नशीली दवाएं खाईं और आत्महत्या कर ली. घर लौटने पर उनके दोस्त ने उनका शव पाया. जांच में यह पाया गया कि दवाओं की खुराक एक बड़े कुत्ते को इच्छामृत्यु देने के लिए पर्याप्त थी.
काम के अतिरिक्त डॉ. एलिस के व्यक्तिगत जीवन में भी कई समस्याएं थीं. वह एक दीर्घकालिक रिश्ते से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, जिसमें व्यभिचार की समस्या थी. इसके अलावा, उनके वित्तीय संकट और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी उनकी स्थिति को और अधिक जटिल बना रही थीं. उनके परिवार ने बताया कि नींद की समस्याओं ने उनके मानसिक स्वास्थ्य को और भी खराब कर दिया था, और ये समस्याएं समय के साथ बढ़ती गईं, जिससे उनके लिए यह असहनीय हो गया.
कोरोनर साइमन बर्ज ने डॉ. एलिस की मृत्यु को आत्महत्या करार दिया और इसे "एक प्रतिभाशाली जीवन की बड़ी बर्बादी" बताया. उन्होंने कहा कि डॉ. एलिस की मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों पर गहरा प्रभाव डाला. उनके कार्यस्थल, एंडरसन मूर्स वेटरनरी स्पेशलिस्ट्स ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, "जॉन के साथ बिताया गया समय हमेशा खुशनुमा होता था और वह सभी को बहुत याद आएंगे." First Updated : Tuesday, 19 November 2024