Video: बिहार का Eiffel Tower! 5 फीट जमीन पर खड़ी कर दी 6 मंजिला इमारत

Eiffel Tower of Bihar: बिहार के सहरसा जिले के छोटे से गांव में एक इमारत लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. जिसे लोग बिहार का एफिल टॉवर और बिहार का बुर्ज खलीफा नाम से बुलाते हैं. इसे स्थानीय निवासी अमित यादव ने बिना किसी पेशेवर इंजीनियरिंग सहायता के खड़ा किया है. इमारत की चौड़ाई सिर्फ 5 फीट और लंबाई 80 फीट है.

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Eiffel Tower of Bihar: बिहार के सहरसा जिले के छोटे से गांव सबैला में एक अनोखी इमारत लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसे स्थानीय निवासी अमित यादव ने बिना किसी पेशेवर इंजीनियरिंग सहायता के खड़ा किया है. इमारत सिर्फ 5 फीट चौड़ी जमीन पर बनी है, जिसे लोग "बिहार का एफिल टॉवर" और "बिहार का बुर्ज खलीफा" कहकर पुकार रहे हैं.

अमित यादव ने खुद इसका डिजाइन तैयार किया और महामारी के दौरान इसे बनवाया. इसकी अनूठी संरचना और ऊंचाई ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि दूर-दराज के पर्यटकों का ध्यान भी खींचा है. इस अनोखे मकान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

5 फीट जमीन पर 80 फीट का मकान

यह अनोखी इमारत सहरसा के बैजनाथपुर गाँव में एनएच 107 के किनारे स्थित है. इमारत की चौड़ाई सिर्फ 5 फीट और लंबाई 80 फीट है, जो इसकी सबसे बड़ी विशेषता है. अमित यादव ने खुद इसका नक्शा तैयार किया और इसके निर्माण के लिए स्थानीय मजदूरों को काम पर रखा. लगभग 90 लाख रुपये की लागत से बनी यह इमारत एक साल के भीतर तैयार हो गई.

इमारत बनी सेल्फी पॉइंट

इस अनोखी संरचना को देखने के लिए न केवल सहरसा, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों से भी लोग आते हैं. इसे देखने वालों में से कई लोग इसे "बिहार का एफिल टॉवर" और "बिहार का बुर्ज खलीफा" के नाम से पुकार रहे हैं. इमारत की डिजाइन इतनी अलग है कि यह स्थानीय लोगों के बीच एक सेल्फी पॉइंट के रूप में लोकप्रिय हो गई है. 

ट्रैफिक में बाधा

अमित यादव ने इस बात का भी जिक्र किया कि इमारत के पास से गुजरने वाले कई लोग इसे नजदीक से देखने के लिए रुकते हैं, जिससे ट्रैफिक बाधित हो जाता है. कभी-कभी यह जिज्ञासा छोटी दुर्घटनाओं का कारण भी बनती है. 

रोजगार के लिए बनाई गई इमारत

अमित यादव ने यह इमारत केवल शोभा के लिए नहीं, बल्कि रोजगार के लिए बनाई है. इस इमारत में उन्होंने कपड़ों का एक शोरूम भी खोल रखा है, ताकि यह उनके परिवार के लिए आय का स्रोत बने. First Updated : Thursday, 24 October 2024