17 जुलाई यानी आज देश- विदेश में मुहर्रम मनाया जा रहा है. हालांकि आशूरा बीते 16 जुलाई की शाम से शुरू हो गया है. इस खास मौके पर ईरान में मौजूद कर्बला की तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं. जिसे ड्रोन की मदद से खींचा गया है.
इस्लाम में रमजान के महीने के बाद अगर कोई सबसे पवित्र महीना है तो वह है मुहर्रम. आज यानी बुधवार को जयपुर में मुहर्रम के दसवें दिन, जो आशूरा का दिन है बेहद खास है. जहां बहुत बड़ा जुलूस निकाला गया, ताजिया के साथ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई.
इस दिन को खास इसलिए बोला जाता है कि अंतिम पैगंबर मुहम्मद के पोते की शहादत का मातम इस दिन मनाया जाता है. जिनका नाम हज़रत इमाम हुसैन था, दरअसल शिया समुदाय के लोगों के द्वारा इनका शोक मनाया जाता है. आज पटना में भी मुहर्रम को बेहद खास तरीके से मनाया गया. जुलूस निकाले गए, इस दौरान श्रद्धालु खुद को ध्वजारोहण करते नजर आए.
इस विशेष त्योहार को शिया और सुन्नी दोनों समुदाय के लोग अलग-अलह तरह से मनाते हैं. ताजिए निकालते हैं, लोगों में मातम भरा महौल होता है. कई लोग अपने सीने पर खुद से प्रहार करके शरीर को घायल कर लेते हैं. आज यानी बुधवार को श्रीनगर में डल झील के अंदरूनी इलाकों में भक्तों ने नावों पर मुहर्रम जुलूस निकाला.
पुरानी मान्यताओं के मुताबिक कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ शहीद हुए थे इसलिए ये दिन उनकी याद में मनाया जाता है. शिया मुस्लिम के लोगों ने बीते सोमवार को लखनऊ की दरिया वली मस्जिद में 8वीं मुहर्रम पर अलम-ए-फतेह फुरात जुलूस निकाला.