लड़की ने पहना सलवार-सूट, पंचायत ने सुना दिया तालिबानी फरमान, समाज से भी कर दिया बाहर
महिला ने असम के एक गांव में सलवार कमीज पहनी तो पंचायत ने उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया. इतना ही नहीं महिला को पंचायत ने परिवार समेत समाज से बहिष्कृत कर दिया. इस मामले में महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
असम के एक गांव में एक महिला को सलवार कमीज पहनने पर पंचायत ने 5000 रुपये का जुर्माना लगाया और परिवार समेत समाज से बहिष्कृत कर दिया. महिला ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
यह घटना असम के मंगलदाई जिले के गोंगाजानी कुवोरी गांव की है. महिला की पहचान मेघाली दास के रूप में हुई है. मेघाली ने बताया कि उसने सलवार कमीज पहना तो गांव के लोगों को यह ठीक नहीं लगा. इसके बाद पंचायत बुलाई गई, जिसने उसे 5000 रुपये का जुर्माना लगाया और समाज से बहिष्कृत कर दिया.
पंचायत ने सुना दिया तालिबानी फरमान
महिला ने पुलिस और सिविल अधिकारियों को शिकायत करते हुए कहा, "मैं मेखला-सादोर (असम का पारंपरिक पोशाक) या साड़ी की बजाय सलवार पहनना पसंद करती हूं क्योंकि यह मुझे आरामदायक लगता है, खासकर जब मुझे बाजार से सामान लाना होता है." महिला का कहना था कि सलवार पहनने के कारण ही उसे और उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया.
गांव के किसी भी घर में जाने की अनुमति नहीं
महिला ने आगे कहा कि अब उसे और उसके परिवार के अन्य लोगों को गांव के किसी भी घर में जाने की अनुमति नहीं है. "मेरे तीन बच्चों से कहा गया है कि वे गांव की दुकानों पर भी न जाएं और स्कूल में उनके साथ कोई बात न करे," .
समाज से भी कर दिया बाहर
महिला पर आरोप यह भी लगाया गया है कि वह सलवार-कमीज पहनने के बावजूद अपनी सजा को नजरअंदाज कर रही है. महिला का कहना है कि सलवार-कमीज पहनना उसके लिए बहुत सुविधाजनक है. दूसरी ओर, गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि वह कई गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल है, जैसे नकली सोना और अवैध शराब बेचना. इस मामले में महिला ने पुलिस से न्याय की उम्मीद जताई है.