क्या आपने कभी खाई है हरी - भरी माउंटेन ड्यू जलेबी? बेंगलुरु में लगता है इसके नाम का मेला, लोग हैं इसके स्वाद के दीवाने
Bengaluru Mountain Dew Jalebi: एक और कमाल का और हैरान कर देने वाला पोस्ट सामने आया है पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रहा है अब मार्किट में माउंटेन ड्यू जलेबी जो आ गयी है
हाइलाइट
- इनका स्वाद भी आम जलेबियों से काफी अलग है
Bengaluru Mountain Dew Jalebi: यदि आप सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं तो आपने खाने से जुड़े ऐसे कई वीडियोज देखें होंगी जिसमें लोग खाने की चीज़ों के साथ कई तरह - तरह के एक्सपेरिमेंट करते हैं. जिसमें से कुछ तो लाजवाब होते हैं तो कुछ एकदम बकवास होते हैं, जिन्हें देखते ही मुँह ही बन जाता है खाने की तो दूर की बात हैं. जिसमें कभी कोई चाय में केला, चीकू मिलाकर बना रहा है तो कोई मैगी में पेस्ट्री डालकर उसे लोगों को खिला रहा है. अब मार्किट में एक और कमाल का और हैरान कर देने वाला पोस्ट सामने आया है. यह भी खाने से जुड़ा है.
हरी - भरी जलेबी में जीता लोगों का दिल
सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसके बारे में यदि आप सुनेंगे तो आप अपना सिर ही पकड़ कर बैठ जायेंगे. क्या आप कभी माउंटेन ड्यू की जलेबी खाई है? जी हां! यह कोई मज़ाक नहीं है यह सच है अब मार्किट में कोई ऐसी - वैसी जलेबी का चलन नहीं है बल्कि अब माउंटेन ड्यू जलेबी जो आ गयी है. इस हरी - भरी जलेबी को लोग बड़े ही स्वाद से खाते हैं, और इसको लाजवाब भी बता रहे हैं. बता दें कि यह कमाल - धमाल हरी - भरी स्वादिष्ट जलेबी बेंगलुरु की एक फेमस मिठाई मानी जाती है. जो सभी को अपने स्वाद से दीवाना बना रही है.
जैसे ही यह पोस्ट इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया, तभी से इसकी तस्वीरें हर प्लेटफॉर्म पर छा रही हैं. यह जलेबी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुकी हैं. इस पोस्ट को शेयर करते हुए यूज़र ने कैप्शन में लिखा - "यह जलेबियाँ पहाड़ी ओस या हरे रंग के खाद्य के कारण हरी नहीं हैं बल्कि यह इनका ओरिजिनल जलेबी रंग है, यह बेंगलुरु में लोगों के बीच काफी फेमस है.
यह इतना फेमस है की इसके नाम का यहां एक मेला भी आयोजित किया जाता है. जिसको 'अवारेकाई मेला' कहा जाता है. यह अवारेबेले जलेबियाँ न केवल दिखने में बल्कि इनका स्वाद भी आम जलेबियों से काफी अलग है. यदि आप बेंगलुरु में है तो इसका स्वाद जरूर चखें।
ऐसा बताया जा रहा है कि इस अतरंगी जलेबियों को बनाने के लिए मैदा के साथ - साथ जलकुंभी की फलियों का पेस्ट बनाकर तैयार किया जाता है. जिसके बाद इसको 4 से 5 घंटे क लिए रख दिया जाता है और आखिर में इसमें चीनी और शहद से बनी हुई चाशनी में जलेबियों को डुबो दिया जाता है.