ईंट बनाने वाली महिला कारोबारी को भेज दिया 2 अरब 10 करोड़ का बिल, देखते ही उड़ गए होश
ललिता धीमान को बिजली विभाग ने 210 करोड़ रुपये से अधिक का बिजली बिल भेज दिया. इस दौरान महिला कारोबारी ने जब 2,10,42,08,405 रुपये का बिल देखा तो वह चकरा गई. ललिता कंक्रीट की ईंटें बनाने का लघु उद्योग चलाती हैं.
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक कंक्रीट से ईंट बनाने वाली महिला कारोबारी को जब दो अरब से अधिक का बिजली बिल आया तो उसके होश उड़ गए. मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृहजिले का है. आनन-फानन में महिला कारोबारी ने बिजली बोर्ड को इसकी सूचना दी, जिसके बाद बोर्ड ने इसे तकनीकी गलती मानते हुए इसमें सुधार किया.
जानकारी के अनुसार, हमीरपुर के उपमंडल भोरंज के अंतर्गत बेहड़वीं जट्टां गांव का यह मामला है. यहां महिला कारोबारी ललिता धीमान कंक्रीट की ईंटें बनाने के लिए लघु उद्योग चलाती हैं. ललिता को बिजली विभाग ने 210 करोड़ रुपये से अधिक का बिजली बिल भेज दिया. इस दौरान महिला कारोबारी ने जब 2,10,42,08,405 रुपये का बिल देखा तो वह चकरा गई. अरबों रुपये का बिल देखकर ललिता धीमान को बड़ा झटका लगा.
शिकायत के बाद सही हुआ बिजली बिल
बेहड़वीं के पास कंक्रीट से सीमेंट की ईंटें बनाने ललिता धीमान और उनके बेटे आशीष धीमान ने बताया कि कि उन्हें जब बिजली का बिल आया तो बिल देखकर वो भौंचक्के रह गए. बिजली बोर्ड के कर्मचारी ने उन्हें अरबों रुपये का बिल थमा दिया गया, जिसकी बाद में उन्होंने बिजली बोर्ड के कार्यालय में जाकर शिकायत की. शिकायत के बाद अब उन्हें 4,047 रुपये का बिल आया है.
इस बारे में बिजली बोर्ड भोरंज के एसडीओ अनुराग चंदेल ने कहा कि तकनीकी कारण के चलते इतना बिल आया है. शिकायत मिलने के बाद बिल ठीक कर दिया गया था और अब उपभोक्ता 4,047 रुपये का बिल दिया गया है. गौरतलब है कि बिल में दर्शाया गया है कि 836 यूनिट खर्च करने के एवज में यह बिल जारी किया गया है.