किसे माना जाता है दुनिया का 8वां अजूबा!...साइंटिस्ट भी गए चौंक

अमेरिका के नेवाडा राज्य में कोलराडो नदी पर हूवर डैम स्थित है. इसे दुनिया का 8वां अजूबा कहा जाता है. हूवर डैम पर जब आप किसी चीज को नीचे फेंकते हैं, तो वह ऊपर की ओर उड़ने लगती है. यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन यह सच है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

दुनिया में कई अद्भुत संरचनाएँ हैं, लेकिन हूवर डैम उन सबसे अलग है. पहले इसे 'बौल्डर बांध' कहा जाता था, लेकिन अब इसे दुनिया का आठवां अजूबा माना जाता है. यह कोई साधारण बांध नहीं है, बल्कि इंजीनियरिंग का चमत्कार है, जो आज भी वैज्ञानिकों को हैरान कर देता है. तो आइए, जानते हैं इस डैम की खासियतें.

ग्रैविटी का सिद्धांत 

हम सभी जानते हैं कि ग्रैविटी का सिद्धांत न्यूटन द्वारा स्थापित किया गया है. यानी कोई भी वस्तु जो ऊपर फेंकी जाती है, वह पृथ्वी की ओर खींची जाती है. लेकिन हूवर डैम पर ये नियम उल्टा काम करता है. यहां जब आप किसी चीज को नीचे फेंकते हैं, तो वह ऊपर की ओर उड़ने लगती है. यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन यह सच है.

हूवर डैम अमेरिका के नेवाडा राज्य में कोलराडो नदी पर स्थित है. यह स्थान अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और अनोखेपन के लिए प्रसिद्ध है. लोग दूर-दूर से यहां इस चमत्कारी दृश्य को देखने के लिए आते हैं, क्योंकि यहां जो होता है, वह कहीं और नहीं होता.

ग्रैविटी क्यों नहीं करती काम?

अब सवाल यह उठता है कि यहां ग्रैविटी क्यों काम नहीं करती? इसका उत्तर डैम की संरचना और तेज हवाओं में छुपा है. हूवर डैम का डिज़ाइन और हवाओं का प्रभाव ऐसा है कि नीचे की चीजें ऊपर उड़ने लगती हैं. यह कोई जादू नहीं है, बल्कि यह प्रकृति और इंजीनियरिंग का अद्भुत संयोजन है.

हूवर डैम का आकार धनुष के जैसा है, जिसकी ऊंचाई 221.4 मीटर और लंबाई 379 मीटर है. इसकी विशेष संरचना और ऊंचाई इसे मजबूती प्रदान करती है. साथ ही हवा को ऊपर की ओर मोड़ने का काम भी करती है. बांध की धनुषाकार बनावट के कारण हवाएं तेजी से नीचे से ऊपर की ओर बहने लगती हैं. यह हवाएं इतनी शक्तिशाली होती हैं कि हल्की वस्तुएं नीचे गिरने के बजाय ऊपर उड़ जाती हैं.

अद्भुत दृश्य 

लोग हूवर डैम पर आकर इस अद्भुत दृश्य का आनंद लेते हैं. वे पानी की बोतल से पानी गिराते हैं और वह हवा के साथ ऊपर उड़ जाता है, जिसे देख हर कोई हैरान हो जाता है. यह एक मजेदार अनुभव बन चुका है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.

इंजीनियरिंग की दृष्टि से, हूवर डैम एक चमत्कार है, जिसे बनाना बेहद कठिन था. इसकी डिजाइन और मजबूती ने इसे खास बना दिया है. इसे दुनिया के सात अजूबों के बाद आठवां अजूबा कहा जाना गलत नहीं होगा. इस बांध के रहस्यों ने वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है, क्योंकि ग्रैविटी के खिलाफ यह घटना आम नहीं है.

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21 March 2025, 09:04 PM IST

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