
'चिल्लाओ मत...गला घोंट दूंगा', बंगाल में BJP नेता ने महिला प्रदर्शनकारियों को दी धमकी, वीडियो वायरल
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद दिलीप घोष एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो महिलाओं पर गुस्सा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं. ये वीडियो खड़गपुर में एक सड़क उद्घाटन के दौरान की है जहां उन्हें महिलाओं के विरोध का सामना करने पर उन्होंने अपना आपा खो दिया.

पश्चिम बंगाल में बीजेपी के कद्दावर नेता दिलीप घोष एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. खड़गपुर में एक सड़क उद्घाटन के दौरान महिलाओं के विरोध का सामना करने पर उन्होंने अपना आपा खो दिया और एक महिला प्रदर्शनकारी को गला घोंटने की धमकी दे डाली. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
दिलीप घोष शुक्रवार को खड़गपुर के वार्ड नंबर 6 में एक नव-निर्मित सड़क का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इसी दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने उनके सांसद कार्यकाल में अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए, जिससे वे भड़क उठे. इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं को तृणमूल कांग्रेस का समर्थक बताते हुए अपशब्द कहे और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
महिलाओं के सवालों से भड़के दिलीप घोष
दरअसल, सड़क उद्घाटन स्थल पर पहुंचते ही स्थानीय महिलाओं ने दिलीप घोष से सवाल किया कि जब आप सांसद थे, तब एक दिन के लिए भी आप यहां क्यों नहीं आए? अब जब हमारे पार्षद प्रदीप सरकार ने सड़क बनवाई, तो आप इसका उद्घाटन करने आए हैं? इस पर दिलीप घोष ने आक्रामक अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि मैंने अपने पैसों से यह सड़क बनाई है, तुम्हारे बाप के पैसों से नहीं. जाओ और प्रदीप सरकार से पूछो." महिलाओं ने जब उनकी भाषा पर आपत्ति जताई और कहा, "आप सांसद थे, क्या आपको ऐसे बोलना चाहिए?" तो गुस्से में आग-बबूला हुए दिलीप घोष ने जवाब दिया, 'मैं तुम्हारे चौदह पीढ़ियों तक जाऊंगा. चिल्लाओ मत, नहीं तो गला घोंट दूंगा.'
ছিঃ! একজন মহিলাকে বিজেপি নেতা দিলীপ ঘোষ কিভাবে হুমকি দিচ্ছে, শুনে নিন! বিজেপির থেকে এর বেশি আর কিই বা আশা করা যায়? ধিক্কার বিজেপিকে!#ShameOnBJP #DilipGhosh #bjpwestbangal pic.twitter.com/JdGL4guhJc
— Banglar Gorbo Mamata (@BanglarGorboMB) March 21, 2025
विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने किया हस्तक्षेप
इस विवाद के बढ़ने के बाद स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दिलीप घोष की कार को घेर लिया और कुछ ने कार पर हाथ भी मारा, जिससे बीजेपी नेता को वहां से निकलना पड़ा. बाद में मीडिया से बात करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि यह विरोध तृणमूल कांग्रेस द्वारा सुनियोजित था. उन्होंने तृणमूल समर्थकों को निशाने पर लेते हुए कहा, "ये 500 रुपये की लक्ष्मी भंडार वाली महिलाएं सिर्फ हंगामा करने आई थीं. जो भौंकेंगे, दिलीप घोष उनके बाप को भी सामने लाएगा." उन्होंने यह भी दावा किया कि सड़क के निर्माण के लिए उन्होंने अपने सांसद निधि से 2.6 लाख रुपये दिए थे.
तृणमूल ने की निंदा, माफी की मांग
इस पूरे मामले पर खड़गपुर के तृणमूल कांग्रेस पार्षद और पूर्व विधायक प्रदीप सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "दिलीप घोष का यह व्यवहार एक पूर्व सांसद को शोभा नहीं देता. उन्होंने महिलाओं का अपमान किया, उनके पिता तक को घसीटा और यहां तक कि मेरे पिता का भी अपमान किया. उन्हें इस घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए, वरना खड़गपुर में जहां भी जाएंगे, उनका विरोध होगा."
चुनाव से पहले विवाद बना राजनीतिक मुद्दा
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह मामला राजनीतिक रूप ले चुका है. तृणमूल कांग्रेस इस घटना को बीजेपी के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही है. बीजेपी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक माफीनामा नहीं आया है, लेकिन इस घटना से पार्टी के लिए पश्चिम बंगाल में एक नया संकट खड़ा हो गया है.