‘इनकम नहीं थी तो शादी क्यों की...' जज के सवाल पर सोशल मीडिया पर बवाल, वायरल Video
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कोर्टरूम का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक जज एक शख्स से तल्खी से पूछते हैं कि जब तुम्हारे पास आमदनी नहीं थी, तो शादी क्यों की? इस वीडियो को लेकर यूजर सवाल कर रहे हैं कि क्या आर्थिक स्थिरता के बिना शादी करना गैरजिम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर लोग कह रहे हैं कि शादी सिर्फ पैसे की नहीं, प्यार और समझदारी की बुनियाद पर टिकती है. तो आइए पूरा मामला क्या है जानते हैं.

एक वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर बहस की आग लगा दी है, जिसमें एक जज अदालत में एक शख्स को यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि बिना आमदनी तुम्हें शादी का कोई हक नहीं है. यह बयान सुनते ही इंटरनेट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. लोग इस बात पर बंट गए हैं कि क्या वाकई शादी के लिए आर्थिक रूप से सक्षम होना ज़रूरी है या यह सिर्फ समाज की बनाई गई एक पुरानी सोच है.
इस कोर्टरूम ड्रामा ने देशभर में उस असली मुद्दे को सामने ला दिया है, जो अक्सर रिश्तों के पीछे छिपा होता है. प्यार बनाम पैसे की ताकत. कुछ लोगों ने जज के सवालों को अनुचित और पक्षपाती बताया, तो कुछ ने इसे जिम्मेदार रिश्तों की एक जरूरी शर्त करार दिया. आइए जानते हैं इस वायरल पल के पीछे की पूरी कहानी और क्यों यह बहस इतनी ज़ोर पकड़ रही है.
कोर्टरूम ड्रामा का वीडियो वायरल
वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक आदमी अदालत में कटघरे में खड़ा है. जज शादी से जुड़े मामले पर सुनवाई कर रहे हैं. बता दें कि ये केस भले ही शादी से जुड़ा हो, पर जज का फोकस उसके रोजगार और आमदनी पर चला जाता है. बातचीत कुछ इस तरह होती है:
जज: “तुम्हारे पास नौकरी नहीं है?”
व्यक्ति: “नहीं, साहब. मैंने लिखा था कि जब मुझे बुलाया जाता है, मैं डॉक्टर की सेवा देता हूँ.”
जज: “जब उन्होंने पूर्वग्रह बनाया, वो पूरी तरह गलत था. तुमने अपनी आमदनी के बारे में क्या कहा था?”
व्यक्ति: "साहब, मैंने कहा कि अब नौकरी नहीं है. जब मुझे बुलाया गया था, मैंने लिखा कि मेरे पास नौकरी है.”
जज: “तुम डॉक्टर हो. तुम्हारा कोई हक नहीं. सिर्फ वकीलों को बिना आमदनी के शादी करने का हक है. डॉक्टर को नहीं. अगर आमदनी नहीं थी, तो शादी क्यों की?”
Why did you get married without any income? pic.twitter.com/iwqf0K5Sea
— ShoneeKapoor (@ShoneeKapoor) April 1, 2025
वायरल वीडियो पर लोगों ने उठाए सवाल
यह सवाल वायरल वीडियो के बाद हर प्लेटफॉर्म पर गूंज रहा है. क्या वास्तव में आमदनी के बिना शादी नहीं की जानी चाहिए या यह सिर्फ एक समाज द्वारा थोपे गए मानक हैं? एक यूज़र ने गुस्से में पूछा, "माइ लॉर्ड, अजीब बात है कि कोर्ट पुरुष की आमदनी पर सवाल कर रही है, लेकिन महिला से ये क्यों नहीं पूछा गया कि उसने बिना आमदनी वाले व्यक्ति से शादी क्यों की? क्या कानून में कहीं लिखा है कि शादी से पहले आमदनी होनी चाहिए? वीडियो से एक कानूनी सवाल भी खड़ा हुआ. क्या वास्तव में ऐसा कोई कानून है जो कहता है कि बिना स्थिर आमदनी के कोई शादी नहीं कर सकता?
वायरल वीडियो को लेकर इंटरनेट पर बहस
एक यूजर ने लिखा, "जज साहब को पब्लिकली बताना चाहिए कि किस कानून में लिखा है कि शादी सिर्फ आमदनी वाले लोग ही कर सकते हैं? अगर शादी के समय आमदनी थी और बाद में नौकरी चली गई, तो क्या वो अपराध है?. एक अन्य यूज़र ने लिखा, जिंदगी में कभी भी कुछ भी हो सकता है नौकरी जा सकती है, बीमारी आ सकती है. क्या ऐसे में शादी करना गुनाह बन जाता है? इस बयान ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या आमदनी सिर्फ एक स्थिति है या शादी के लिए कोई स्थायी पैमाना है.