Kakanmath Temple: रातों - रात भूतों ने बना डाला यह मंदिर, जानिए क्या है इसकी खासियत?

एक ऐसा भी मंदिर है जो अपनी बनावट को लेकर काफी मशहूर है, इसका नाम  है - ककनमठ मंदिर, यह मंदिर किसी और राज्य में नहीं बल्कि देश का दिल बोले जाने वाले मध्य प्रदेश में स्थित है. 

Poonam Chaudhary
Poonam Chaudhary

भारत देश में हर जगह,हर कोनें में ऐसे कई लाखों प्रसिद्ध मंदिर हैं जिनके पीछे का इतिहास काफी गजब का है. जिसको देखने के लिए लाखों की तादाद में भक्त यहां दर्शन करने आते हैं. इन मंदिरों के पीछे की दिलचस्प कहानियां सुनकर उन्हें देखने आये सभी लोग प्रभावित होते हैं. आज हम एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पीछे की कहानी सुन आप हैरान हो जायेंगे - 

भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो लाखों करोड़ो साल पहले से मौजूद हैं, जिनकी बनावर और बनाने वालों के बारे में बाते सुनने को मिलती है, इसमें से एक ऐसा भी मंदिर है जो अपनी बनावट को लेकर काफी मशहूर है, इसका नाम  है - ककनमठ मंदिर, यह मंदिर किसी और राज्य में नहीं बल्कि देश का दिल बोले जाने वाले मध्य प्रदेश में स्थित है. 

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के सिहोनियां कस्बे में मौजूद यह मंदिर बेहद ही खास और प्राचीन है. यह जी=अमिन से करीब 115 फुट की ऊंचाई पर बना हुआ है. जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. इसके पीछे की एक रहस्य्मयी कहानी है. 

क्या है मंदिर का इतिहास?

स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि ककनमठ मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था, जिसका निर्माण कछवाहा वंश के राजा 'कीर्ति' ने अपनी पत्नी के लिए बनवाया था. बताया जाता है कि कीर्ति की पत्नी भगवान ककनमठ की बहुत ही ज़्यादा बड़ी भक्त थीं और आसपास कोई शिव मंदिर नहीं था इस वजह से इसका निर्माण किया गया. 

TEMPLE
TEMPLE


मंदिर के पीछे की रहस्य्मयी कहानी 

ककनमठ मंदिर के पीछे की एक कमाल की रहस्य्मयी कहानी है, जिसके बारे में लोग अक्सर ही बातें करते हैं. करीब 1 हज़ार साल पहले इस मंदिर का निर्माण इंसांनों ने नहीं बल्कि रातों - रात भूतों ने कर दिया था. जैसे ही सुबह होने को आई उन्होंने मंदिर बनाना बंद कर दिया जिसकी वजह से यह मंदिर अधूरा ही बन पाया. हैरानी की बात यह है की इस मंदिर म किसी भी प्रकार का सीमेंट, बालू, मिटटी का इस्तेमाल नहीं किया गया है, यह एक पर एक रखे पत्थरों से बना हुआ है. जो आज तक नहीं गिरा . 

देखने से यह मंदिर ऐसा लगता है जैसे अभी गिर जायेगा, लेकिन यह हज़ारों साल से ऐसा का ऐसा ही खड़ा हुआ है. आंधी - आये या तूफ़ान इस मंदिर को अब तक कोई हानि नही पहुंची है. आज तक वैज्ञानिक भी इस मंदिर के पीछे का रहस्य नहीं जान सके हैं. 


 

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01 August 2023, 03:54 PM IST

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