केजरीवाल का 'आम आदमी' छवि पर सवाल, वायरल डिनर वीडियो ने मचाई राजनीति में हलचल!
अरविंद केजरीवाल का एक वायरल डिनर वीडियो इन दिनों चर्चा में है, जिसमें वह आलीशान माहौल में भव्य भोजन का आनंद लेते दिख रहे हैं. इस वीडियो को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने उन्हें 'आम आदमी' के नारे के खिलाफ आलोचना की है और उनके साधारण जीवन के दावे पर सवाल उठाए हैं. क्या यह वीडियो उनके सादगी के दिखावे की असल सच्चाई है? जानिए कैसे केजरीवाल के इस वायरल वीडियो ने राजनीति में नए सवाल खड़े कर दिए हैं.
Viral Video: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का हाल ही में वायरल हुआ एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है. इस वीडियो में केजरीवाल एक शानदार डिनर पार्टी का आनंद लेते हुए नजर आ रहे हैं, जहां भव्य सजावट और महंगे व्यंजन सामने हैं. वीडियो में उनके साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और कुछ अन्य लोग भी मौजूद हैं. इस वीडियो को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने उनकी सादगी की छवि पर सवाल उठाए हैं और उन्हें घेरते हुए आलोचनाएं की हैं.
आम आदमी के नाम पर दिखावा
भा.ज.पा. के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने इस वीडियो को लेकर तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा, 'केजरीवाल ने खुद को हमेशा 'आम आदमी' के रूप में पेश किया था, लेकिन अब यह सब एक दिखावा साबित हो रहा है. पहले मफलर पहनकर वह दिल्ली की समस्याओं पर बात करते थे, लेकिन अब वह खुद शाही जीवन जी रहे हैं.' हुसैन ने यह भी कहा कि केजरीवाल ने कभी यह दावा किया था कि वह सरकारी आवास नहीं लेंगे, लेकिन उन्होंने 'शीश महल' जैसा महल बनवा लिया है और अब वह सरकारी कारों के बजाय हेलीकॉप्टर से यात्रा करते हैं. हुसैन ने आगे यह भी जोड़ा, 'केजरीवाल का असली चेहरा अब सबके सामने आ चुका है.'
एक आम आदमी 😳 pic.twitter.com/5AT5027RLc
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 5, 2024
'सादगी के नाम पर पाखंड'
वहीं, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया. उन्होंने कहा, 'केजरीवाल हमेशा अपनी सादगी को दूसरों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं, लेकिन इस वीडियो ने उनकी कथित सादगी की सच्चाई उजागर कर दी है. उन्होंने हमेशा अपनी छवि को विनम्र और साधारण दिखाने की कोशिश की, जबकि अब वह भव्य जीवन का हिस्सा बन चुके हैं.' दीक्षित ने यह भी कहा, 'जब केजरीवाल दाल-रोटी खाते थे, तब उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. अब जब उनके पास सत्ता और धन है, तो उनकी भूख बढ़ गई है.'
केजरीवाल का असली रंग'
वीडियो में दिख रही विलासिता को लेकर सोशल मीडिया पर भी जमकर बहस हो रही है. जहां कुछ लोग इसे महज एक व्यक्तिगत घटना मानते हुए चुप हैं, वहीं कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या केजरीवाल का 'आम आदमी' वाला नारा अब पूरी तरह से खोखला हो गया है? क्या सादगी का दिखावा कर सत्ता में आए इस नेता का असली उद्देश्य केवल अपनी भव्यता और विलासिता बढ़ाना था?
इस वायरल वीडियो ने केजरीवाल की छवि पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. क्या यह सब उनके सादगी के दावे के उलट है, या फिर वह बस अपनी असल स्थिति से समझौता करने के लिए मजबूर हो गए हैं? यह सवाल अब दिल्ली के आम लोगों के मन में भी है.
आम आदमी के नाम पर छल?
इस वीडियो के बाद केजरीवाल की छवि पर सवाल उठने लगे हैं, जो पहले खुद को एक साधारण और आम आदमी के नेता के रूप में प्रस्तुत करते थे. अब सोशल मीडिया पर लोग उनके 'आम आदमी' वाले नारे की आलोचना कर रहे हैं, यह कहते हुए कि उनका जीवन अब आम लोगों से कहीं दूर है.