Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के पहले दिन ही एक साध्वी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिन्हें महाकुंभ की सबसे सुंदर साध्वी बताया जा रहा है. यह साध्वी हैं हर्षा रिछारिया, जिनकी जिंदगी और साध्वी बनने की कहानी एक दिलचस्प सफर है. आइए जानते हैं कौन हैं हर्षा रिछारिया और उनके इस बदलाव के पीछे की वजह क्या है.
महाकुंभ में आई इस खूबसूरत साध्वी" का नाम है हर्षा रिछारिया है. वो भोपाल की रहने वाली हैं. और साध्वी बनने से पहले वो एक ग्लैमरस मॉडल और सेलिब्रिटी एंकर रह चुकी हैं.
हर्षा रिछारिया का जन्म भोपाल में हुआ था, लेकिन फिलहाल वह उत्तराखंड में रह रही हैं. हर्षा सोशल मीडिया पर एक पॉपुलर शख्सियत हैं, जिनके इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं. उन्होंने 21 जनवरी 2019 को अपना यूट्यूब चैनल "ट्रैवलर हर्षा" के नाम से शुरू किया था और वहां भी उनके वीडियोज को काफी पसंद किया जाता है.
हर्षा रिछारिया एक मॉडल, सेलिब्रिटी एंकर और मेकअप आर्टिस्ट रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने योगा प्रशिक्षक के रूप में भी काम किया था। वह एक बेहतरीन एंकर के तौर पर भी जानी जाती थी और सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता और फॉलोअर्स भी इस बात को साबित करते हैं.
हर्षा ने बताया कि वह साध्वी बनने के पीछे 'सुकून' की तलाश कर रही थीं। उन्होंने साध्वी बनने का निर्णय अपनी आध्यात्मिक यात्रा और मानसिक शांति के लिए लिया था. हर्षा ने कहा कि उन्हें जो करना था, उन्होंने वह सब कुछ किया और फिर साध्वी बनने का कदम उठाया. उनके अनुसार, साध्वी बनने से पहले उन्होंने अपना जीवन पूरी तरह से जी लिया था और अब वह एक संतुलित और शांत जीवन की ओर बढ़ रही हैं.
हर्षा रिछारिया आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज की शिष्या हैं. दो साल पहले ही उन्होंने साध्वी बनने का फैसला लिया और अब वह समाज में अपनी शिक्षा और अनुभवों को साझा करने का कार्य कर रही हैं. उनके इस बदलाव ने कई लोगों को प्रेरित किया है और महाकुंभ में उनकी उपस्थिति ने एक नई चर्चा छेड़ी है.
हर्षा रिछारिया की सुंदरता और साध्वी जीवन के संयोजन ने सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोरी हैं. उनका कहना है कि उन्होंने साध्वी जीवन के बावजूद अपनी खूबसूरती को बनाए रखा है और इस यात्रा में उन्हें जो सुकून मिल रहा है, वह सब कुछ से अधिक मूल्यवान है.
हर्षा रिछारिया का यह बदलाव और उनकी साध्वी बनने की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में शांति और संतुलन की तलाश कभी भी किसी रूप में हो सकती है, और यह यात्रा हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकती है. First Updated : Tuesday, 14 January 2025