महाराष्ट्र: पालघर में ISKCON पुजारी की पिटाई, महिला को भेजे गए अश्लील संदेश
पालघर में इस्कॉन के एक पुजारी की पिटाई का मामला सामने आया है, जिसमें महिला द्वारा अश्लील संदेश भेजने के आरोप लगाए गए हैं. इस घटना ने इलाके में हलचल मचा दी है, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. महिला का दावा है कि पुजारी ने उसे आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे, जिसके बाद उसके परिवार ने विरोध किया और पुजारी की पिटाई कर दी. अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
ट्रैडिंग न्यूज. महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई स्थित ISKCON केंद्र में एक पुजारी सुध्दास सेवा की पिटाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि पुजारी ने एक महिला को अश्लील संदेश भेजे थे, जो इस केंद्र में काम करती थी. यह घटना कुछ दिन पहले की है, जब महिला ने अपने परिवार को उन संदेशों के बारे में जानकारी दी. इसके बाद महिला के परिवार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पुजारी को पकड़कर उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी. इस हमले में पुजारी को चोटें आईं, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस की जांच जारी
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और तुरंत जांच शुरू कर दी. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, वे पुजारी के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे. हालांकि, पुजारी ने खुद को निर्दोष बताया है और आरोप लगाया है कि उसे झूठा फंसाया गया है. पुलिस मामले के सभी पहलुओं की सही से जांच कर रही है और जल्द ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ISKCON समुदाय में बवाल
इस घटना ने ISKCON समुदाय में भी खलबली मचा दी है. इस तरह के विवादों से संगठन की छवि को नुकसान पहुंच सकता है. ISKCON के लोग और अन्य सदस्य इस घटनाक्रम से चिंतित हैं और उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. पुजारी के खिलाफ लगाए गए आरोपों ने समाज में इस धार्मिक संगठन के प्रति विश्वास को प्रभावित किया है. फिलहाल, पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है और सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए न्यायिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी. ISKCON केंद्र के प्रबंधन ने भी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई खास बयान नहीं दिया.
अपराध की रोकथाम के लिए ठोस कदम जरूरी
इस घटना ने ना केवल पुलिस की कार्रवाई की प्रतीक्षा को और भी गंभीर बना दिया है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे को भी फिर से सामने ला दिया है. महिलाओं के खिलाफ इस तरह के अपराधों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है.