Mughal History: कौन था वो मुगल बादशाह जिसके एक फरमान के कारण भारत को अंग्रेजों का गुलाम बना दिया

Mughal History: मुगल वंश में औरंगजेब के बाद इस पीढ़ी को संभालने और विस्तार करने में कोई भी शासक कामयाब नहीं रहा. औरंगजेब के बाद मुगल वंश की अगली पीढ़ी ने ऐसे फैसले लिए जिससे मुगल सल्तनत के साथ-साथ भारत का भी पतन हो गया.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Mughal dynasty: भारत में जितनी जल्दी मुगल सल्तनत का विकास हुआ उतना ही जल्दी पतन भी हो गया.  मुगल वंश को ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचने वाला औरंगजेब और बाबर है जिसे बहुत तेजी के साथ देश में मुगल वंश का वर्चस्व  कायम कर लिया. इन्होंने देश में कई भव्य निर्माण कार्य कराए जिससे उनका अस्तित्व आज भी कायम है.  हालांकि औरंगजेब के बाद की पीढ़ियां मुगल सल्तनत को संभालने और उसका विस्तार करने में नाकामयाब साबित हुई.  उन्होंने ऐसे फैसले लिए जो देश को पतन की राह पर लाकर खड़ा कर दिया. देश को बर्बादी की राह पर लाने वाले मुगल शासक औरंगजेब का पोता फर्रुखसियर भी शामिल है जिसके फैसले ने मुगल वंश के साथ-साथ भारत को बर्बादी की राह पर ले आया.

फर्रुखसियर
फर्रुखसियर 

जहांदार की हत्या कर मुगल सल्तनत की गद्दी पर बैठा फर्रुखसियर-

फर्रुखसियर  देश को बर्बादी की ओर ले जाने  में मुगल बादशाह फर्रुखसियर  ज्यादातर जिम्मेदार है. फर्रुखसियर  ने जहांदर शाह की हत्या कर मुगल सल्तनत की राज गद्दी पर बैठा था. लेकिन कहा जाता है कि वह सिर्फ नाम का बादशाह था, उसने 1713-1719 तक  शासन किया लेकिन मुगल सल्तनत की कमान सैय्यद बंधुओं के हाथों में थी. सैय्यद बंधू दो भाई थे सैय्यद बंधू और हसन अली खान दोनों औरंगजेब के काल से  मुगल वंश की सल्तनत का हिस्सा थे. सैय्यद बंधुओं ने औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगल दरबार में  इतना  वर्चस्व    बना लिया  था कि वो जो कहते थे वहीं मुगल बादशाह करते थे. दोनों भाइयों ने जिसे चाहा उसे मुगल बादशाह बना दिया.

जहांदार की हत्या कर मुगल सल्तनत की गद्दी पर बैठा फर्रुखसियर-

फर्रुखसियर  देश को बर्बादी की ओर ले जाने  में मुगल बादशाह फर्रुखसियर  ज्यादातर जिम्मेदार है. फर्रुखसियर  ने जहांदर शाह की हत्या कर मुगल सल्तनत की राज गद्दी पर बैठा था. लेकिन कहा जाता है कि वह सिर्फ नाम का बादशाह था, उसने 1713-1719 तक  शासन किया लेकिन मुगल सल्तनत की कमान सैय्यद बंधुओं के हाथों में थी. सैय्यद बंधू दो भाई थे सैय्यद बंधू और हसन अली खान दोनों औरंगजेब के काल से  मुगल वंश की सल्तनत का हिस्सा थे. सैय्यद बंधुओं ने औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगल दरबार में  इतना  वर्चस्व    बना लिया  था कि वो जो कहते थे वहीं मुगल बादशाह करते थे. दोनों भाइयों ने जिसे चाहा उसे मुगल बादशाह बना दिया.

क्या था मुगल बादशाह का फरमान जिसने देश को बर्बादी की ओर मोड़ दिया-

मुगल बादशाह फर्रूखसियर ने 1717 में  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को बिना टैक्स के भारत में कारोबार करने की मंजूरी दी. जिसके बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, ओडिशा और बिहार में वर्चस्व बढ़ाने का मौका मिल गया है. ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी हर तीन साल के अंतराल पर 3 हजार रुपये मुगल बादशाह को देती थी. हालांकि एक वक्त ऐसा भी आया जब सैय्यद बंधुओं के बीच आपसी तनाव होने लगे.  दोनों के बीच मतभेद पैदा होने लगे. जिसके बाद एक दूसरे को हराने के लिए षड्यंत्र रचने शुरू किए गए.

ब्रिटिश
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी

आपको बता दें कि सैय्यद बंधुओं की मदद से ही 1719 में अजीत सिंह ने लाल किला पर आक्रमण किया था. उस दौरान मुगल बादशाह को अपनी पत्नी मां और बेटियों के साथ छिपना पड़ा हालांकि सैय्यद बंधुओं की सहायता से अजीत सिंह ने फर्रुखसियर को ढूंढ निकाला और उसकी दोनों आंखें फोड़ दी . इस जंग का फायदा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने उठाकर धीरे-धीरे भारत पर कब्जा करना शुरू कर दिया. करीब 200 सालों तक अंग्रेजों का भारत पर कब्जा रहा और शासन किया.


 

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01 July 2023, 03:48 PM IST

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