मुस्लिम परिवार का अनोखा वेडिंग कार्ड: हिंदू देवताओं की तस्वीरों के साथ वायरल

बेटी की शादी के अवसर पर एक मुस्लिम पिता ने ऐसा निमंत्रण कार्ड तैयार किया जो सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल बन गया। इस कार्ड में हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया गया, जिसे देखकर हिंदू भाइयों के चेहरे खुशी से खिल उठे। उन्होंने भाईचारे और सद्भावना का संदेश देते हुए यह कदम उठाया, जिससे दोनों समुदायों के बीच स्नेह और एकता की भावना और भी गहरी हो गई।

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यूपी न्यूज. उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के लिए एक ऐसा खास वेडिंग कार्ड छपवाया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। यह कार्ड खास इसलिए है क्योंकि इसमें हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें हैं। इस अनोखे पहल की सराहना हो रही है और लोग इसे भाईचारे की मिसाल मान रहे हैं। इस कार्ड के ऊपर भगवान गणेश और भगवान श्री कृष्ण की तस्वीरें छपी हुई हैं, जो हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक सजाया गया है।

यह कार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और चर्चा का विषय बन गया है। कार्ड पर लिखा गया है कि शादी की तारीख 8 नवंबर को है, और आयोजन का स्थान राजा फत्तेपुर के पूरे अलादीन गांव में है। दूल्हा और दुल्हन के नाम मुस्लिम हैं, लेकिन कार्ड को हिंदू परंपराओं के अनुसार बनाया गया है, जिससे लोग इस पहल को खूब सराह रहे हैं।

शादी के लिए हिंदू रीति के अनुसार कार्ड छपवाने की वजह

दुल्हन के पिता, शब्बीर उर्फ टाइगर ने इस पहल के पीछे का कारण भी बताया। शब्बीर ने बताया कि उनकी बेटी सायमा बानो की शादी 8 नवंबर को रायबरेली के सेनपुर गांव के इरफान के साथ होने जा रही है। शब्बीर का कहना है कि उन्होंने अपने हिंदू भाइयों के लिए एक विशेष कार्ड छपवाने का फैसला किया ताकि वे सभी को खुले दिल से शादी में आमंत्रित कर सकें। उन्होंने कहा कि गांव के हिंदू भाई-बहनों के लिए ऐसा कार्ड बनवाने का विचार आया, ताकि वे इसे आसानी से पढ़ सकें और खुद को इस शादी का हिस्सा महसूस कर सकें।

हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने की पहल

शब्बीर ने यह भी कहा कि उनके परिवार और रिश्तेदारों के लिए उर्दू में कार्ड छपवाया गया है, लेकिन हिंदू भाइयों के लिए विशेष रूप से हिंदी में और हिंदू रीति के अनुसार डिजाइन किया गया कार्ड छपवाया गया। इसके साथ ही, हिंदू भाइयों के सम्मान में उन्होंने एक दिन पहले प्रीति भोज का आयोजन भी रखा है। इस पहल का उद्देश्य समाज में हिंदू-मुस्लिम एकता और आपसी भाईचारे का संदेश देना है।

समाज में भाईचारे की मिसाल

इस वेडिंग कार्ड ने न सिर्फ शादी के समारोह को खास बना दिया है, बल्कि यह हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश भी समाज में फैला रहा है। इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि प्यार और भाईचारे में किसी भी प्रकार का धर्म आड़े नहीं आता। शादी का यह अनोखा कार्ड आज लोगों के बीच सौहार्द और सद्भावना का प्रतीक बनकर घर-घर तक हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश पहुंचा रहा है। First Updated : Thursday, 07 November 2024