'बिना टिकट वाले बोले- भतीजा DRM है मेरा, TTE ने कहा- पहले AC से बाहर निकलो!'
बिहार के एक शख्स का टिकट चेकिंग के दौरान अजीब रवैया देखने को मिला. उसने बिना टिकट ट्रेन में सफर किया और टीटीई से बहस करने लगा. बहस में उसने दावा किया कि उसका भतीजा रेलवे में डीआरएम है. इस पर टीटीई ने जवाब देते हुए उससे कहा, 'भतीजे से बात करा दो और तेवर मत दिखाओ.' इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोग इसे लेकर मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं. पूरी खबर जानने के लिए जरूर पढ़ें!
Viral Video: बिहार में एक शख्स का बिना टिकट ट्रेन में चढ़ना और फिर टीटीई से बहस करना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. वायरल वीडियो में यात्री का रवैया देखकर लोग जमकर मजे ले रहे हैं.वीडियो में नजर आ रहा है कि एक यात्री बिना टिकट ट्रेन में सफर कर रहा था। जब टिकट चेकिंग के दौरान टीटीई ने उससे सवाल किया तो उसने कहा कि उसे बक्सर जाना है और उसके पास टिकट नहीं है। इतना ही नहीं, उसने कहा कि उसका भतीजा रेलवे में डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) है.
इस पर टीटीई ने उससे कहा, 'तो भतीजे से बात करा दीजिए और पहले एसी बोगी से बाहर आइए.' यात्री के तेवर देखकर टीटीई ने साफ-साफ कहा, "तेवर मत दिखाइए और हाथ लगाने की कोशिश मत कीजिए.' यह सुनकर भी यात्री अपनी दलीलें देता रहा.
वीडियो हुआ वायरल, लोगों ने किए मजेदार कमेंट्स
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लोगों ने इसे लेकर मजेदार कमेंट्स किए. एक यूजर ने लिखा, 'चाचा जी ने बोला भतीजा DRM है, बेटिकट जाना है.'
दूसरे ने लिखा, 'ऐसे मामले रेलवे में बहुत आम हैं, लेकिन कार्रवाई होनी चाहिए.'
चचा विधायक हैं की अपार सफलता के बाद पेश है। भतीजा DRM है 😂😂😂
आवारा पशुओं को खदेड़ना पड़ता है, लखेद दिए गए#viralvideo #StrayKids pic.twitter.com/OC2D6vGcp8
— अनुराग 🇮🇳 (@VnsAnuTi) December 14, 2024
बिना टिकट यात्रा का चलन और बहस का नजारा
यह कोई नई बात नहीं है. ट्रेन में अक्सर लोग बिना टिकट सफर करते हुए पकड़े जाते हैं और बहानेबाजी करने लगते हैं. लेकिन इस बार यात्री का "भतीजा DRM है" वाला तर्क कुछ ज्यादा ही चर्चा में आ गया.
रेलवे को सख्ती की जरूरत
ऐसी घटनाएं रेलवे की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती हैं. टीटीई ने हालांकि मामले को अच्छी तरह संभाला, लेकिन इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है. यात्रियों को भी नियमों का पालन करना चाहिए. आपका इस घटना पर क्या कहना है? क्या रेलवे को ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने चाहिए? अपनी राय जरूर दें.