पाकिस्तान की सामूहिक निकाह बनी मिसाल, सिर्फ 30 हजार में हुई 6 भाइयों की शादी

Pakistan News: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक अनोखा और दिलचस्प शादी समारोह देखने को मिला. यहां एक ही परिवार के 6 भाइयों ने दूसरे परिवार की 6 बहनों से सामूहिक निकाह किया.यह शादी अपनी सादगी और फिजूलखर्ची से दूर रहने के कारण चर्चा का विषय बन गई है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Pakistan News:  पाकिस्तान के पंजाब में एक अनोखा और दिलचस्प निकाह हुआ जिसकी चर्चा सुर्खियों में है. यहां एक ही परिवार के 6 भाइयों ने दूसरे परिवार की 6 बहनों से एक साथ निकाह किया. यह सामूहिक विवाह समारोह सादगी और एकता का बेहतरीन उदाहरण बनकर सामने आया, जिसमें बहुत कम रुपये खर्च हुए हैं.

इस आयोजन में न तो किसी तरह का दहेज लिया गया और न ही अनावश्यक तड़क-भड़क की गई. लोगों ने इस शादी की जमकर तारीफ की. यह आयोजन उन लोगों के लिए प्रेरणा बना जो शादी को आसान और खुशहाल बनाना चाहते हैं.  

लंबे इंतजार के बाद हुआ आयोजन

इस शादी को संपन्न करने के लिए भाइयों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा. दरअसल, सबसे छोटे भाई के बालिग होने के बाद ही यह आयोजन किया गया. इस सामूहिक निकाह में मात्र 1 लाख पाकिस्तानी रुपये यानी (लगभग 30 हजार भारतीय रुपये) खर्च हुए हैं. शादी में 100 से अधिक मेहमान शामिल हुए, जिन्होंने इस सादगी भरे समारोह की सराहना की.  

भव्यता को ठुकरा कर सादगी को अपनाया

शादी में शामिल 6 भाइयों ने यह साबित किया कि भव्यता और दिखावे के बिना भी शादी को खुशहाल बनाया जा सकता है. बड़े भाई ने कहा, "हमने दिखाना चाहा कि शादी का आयोजन बिना किसी आर्थिक बोझ के भी संभव है."  

दहेज प्रथा का विरोध

बता दें कि इस निकाह में सभी भाइयों ने एक भी रुपया दहेज  नहीं लिया. उन्होंने दहेज लेने से इनकार कर समाज में बढ़ती इस प्रथा के खिलाफ मजबूत संदेश दिया. उनका यह कदम उन लोगों के लिए प्रेरणा बना जो शादी के खर्च के लिए कर्ज या अपनी संपत्ति बेचने पर मजबूर हो जाते हैं.  

प्रेम और एकता का संदेश

यह शादी सिर्फ 6 जोड़ों के मिलन का जश्न नहीं थी, बल्कि समाज को यह संदेश देने का प्रयास भी था कि शादी का असली मतलब प्रेम, एकता और सादगी है. उन्होंने दिखाया कि मानवीय मूल्य और सादगी धन-दौलत और दिखावे से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं.  

समाज के लिए उम्मीद की किरण

इस अनोखी शादी ने उन परिवारों के लिए एक नई राह दिखाई है जो शादियों में भव्यता और दिखावे के कारण कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं. यह आयोजन इस्लाम की सादगी और एकता की शिक्षा का जीता-जागता उदाहरण बन गया. लोगों ने इस शादी की जमकर तारीफ की. यह आयोजन उन लोगों के लिए प्रेरणा बना जो शादी को आसान और खुशहाल बनाना चाहते हैं.  

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06 January 2025, 10:45 AM IST

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