Video: फिलिस्तीन का झंडा लेकर बिग बेन पर चढ़ गया शख्स, 16 घंटे बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
Big Ben protest: लंदन में शनिवार को हाथ में फिलिस्तीन का झंडा लिए एक व्यक्ति बिग बेन टावर पर चढ़ गया. वह 16 घंटे तक टावर पर बैठा रहा और इस दौरान इंस्टाग्राम पर लाइव स्ट्रीमिंग भी करता रहा. पुलिस और बचाव दल की कई घंटों की कोशिशों के बाद उसे आखिरकार नीचे उतारकर गिरफ्तार कर लिया गया है.

Big Ben protest: लंदन में शनिवार (8 मार्च) को एक व्यक्ति हाथ में फिलिस्तीन का झंडा लेकर बिग बेन टावर पर चढ़ गया. वो घंटों तक टावर की पत्थर की सजावट वाली किनारी पर बैठा रहा और इंस्टाग्राम पर लाइव स्ट्रीम करता रहा. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और बचाव दल ने पूरे 16 घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार उसे नीचे उतारा और गिरफ्तार कर लिया. इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं.
वेस्टमिंस्टर पुलिस ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, "व्यक्ति को अब गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घटना लंबी चली क्योंकि हमें उसकी, अधिकारियों की और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करनी थी." पुलिस ने बताया कि इस स्थिति को जल्दी और सुरक्षित तरीके से संभालने के लिए लंदन फायर ब्रिगेड सहित अन्य एजेंसियों की भी मदद ली गई.
— Suppressed News. (@SuppressedNws) March 8, 2025
नारे लगाकर किया विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी ने टावर पर चढ़ने के बाद अपने एक वीडियो में कहा, "अगर आप मेरी ओर बढ़े तो आप मुझे खतरे में डाल रहे हैं और मैं और ऊपर चढ़ जाऊंगा." उसने दावा किया कि उसका विरोध पुलिस दमन और राज्य की हिंसा के खिलाफ था. उसने आगे कहा, "लोकतंत्र खत्म हो चुका है. हमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन और सिविल डिसओबेडियंस के लिए जेल में डाला जा रहा है. जलवायु कार्यकर्ताओं को चार से पांच साल की सजा दी जा रही है. अब फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े लोगों को कैद किया जा रहा है, जबकि सरकार को खुद इस आतंकवादी राज्य (इज़राइल) को हथियार देने से रोकना चाहिए."
Remember. On the spot - where today’s “Pro-Palestine” attention-seeker screams and shouts across Westminster Bridge - an Islamist terrorist mowed down or stabbed 5 to death (4 civilians, 1 police officer) and injured 48 others, in 2017. pic.twitter.com/r43NCCdHi6
— Joo🎗️ (@JoosyJew) March 8, 2025
चोटिल होने के बाद भी करता रहा प्रदर्शन
घटना के दौरान जारी तस्वीरों में प्रदर्शनकारी को घायल अवस्था में देखा गया, लेकिन वह अपनी जगह पर डटा रहा. उसने वार्ताकारों से साफ कह दिया कि वह अपनी शर्तों पर ही नीचे आएगा. उसने बार-बार "फ्री, फ्री फिलिस्तीन" के नारे भी लगाए.
संसद भवन के बाहर सुरक्षा पर उठे सवाल
मेट्रोपॉलिटन पुलिस को सुबह 7:20 बजे सूचना मिली, जिसके बाद वेस्टमिंस्टर ब्रिज को बंद कर दिया गया और संसद भवन के दौरे भी रद्द कर दिए गए. पूरे दिन और रात भर बातचीत चलती रही, जिसके बाद आखिरकार व्यक्ति को नीचे लाया गया. इस घटना के बाद कंजर्वेटिव सांसद बेन ओबेसे-जेक्टे ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "हर दिन संसद में मैं दर्जनों सशस्त्र पुलिस अधिकारियों को देखता हूं. वे आज कहां थे?" उन्होंने आगे कहा, "सोमवार को सांसदों और कर्मचारियों को इस बात का पूरा स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए कि यह प्रदर्शनकारी इतनी आसानी से सुरक्षा को चकमा देकर टावर पर कैसे चढ़ गया."