चूहों के आतंक से बेबस हुई MP सरकार, खाए गए 30 साल पुराना ओवरब्रिज
Rats Ate Over Bridge: MP मध्यप्रदेश में 30 साल पुराने ओवरब्रिज की कमजोर हालत पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने चौंकाने वाला दावा किया है. विभाग का कहना है कि ओवरब्रिज की स्थिरता चूहों के कारण प्रभावित हुई है. इस बयान ने प्रदेश में ओवरब्रिज की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और लोगों में चिंता का माहौल बना हुआ है.
Over Bridge Of Ashok Nagar: अशोक नगर जिले में स्थित 30 साल पुराने ओवर ब्रिज को लेकर चौंकाने वाला दावा सामने आया है. सामान्यतः चूहे घरों में अनाज, कपड़े या खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन पहली बार चूहों पर किसी पुल को कमजोर करने का आरोप लगा है. लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) का कहना है कि चूहों ने पुल के अंदर की मिट्टी को कुतर-कुतर कर खोखला कर दिया, जिससे ओवर ब्रिज का सीसी स्लैब (कंक्रीट स्लैब) अचानक धंस गया. इस घटना के बाद पुल पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे वहां यातायात प्रभावित हो रहा है.
पुराने ओवर ब्रिज में दो दिन पहले दिखा बड़ा गड्ढा
पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के अनुसार, अशोक नगर के इस पुराने ओवर ब्रिज में दो दिन पहले एक बड़ा गड्ढा नजर आया था. इसके बाद, देखते ही देखते पुल का सीसी स्लैब टूट गया और पुल एक बड़े गड्ढे में तब्दील हो गया. प्रशासन को तुरंत बैरिकेडिंग लगाकर पुल पर यातायात बंद करना पड़ा और ट्रैफिक पुलिस को तैनात करना पड़ा. इस घटना के बाद, पुल पर लगे गड्ढों के कारण वाहन चालकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
खोखले पुल से हो रही है लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या
पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री रवि शर्मा के अनुसार, चूहों ने पुल के अंदर की मिट्टी को लगातार निकालकर अंदर ही अंदर खोखला कर दिया था. वर्षो से चूहे इस पुल के अंदर मिट्टी को बाहर निकालते रहे, जिससे अंदर की संरचना कमजोर हो गई. इसका परिणाम यह हुआ कि सीसी का स्लैब अचानक टूट गया और पुल की हालत जर्जर हो गई। इस घटना के कारण पुल पर गड्ढे हो गए हैं, जिससे यातायात में बाधा आ रही है और लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
पुल की मरम्मत के लिए विभाग की योजना
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने पुल की मरम्मत के लिए योजनाएं तैयार कर ली हैं. कार्यपालन यंत्री रवि शर्मा ने बताया कि पुल के स्लैब में दोबारा से सीसी डालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके लिए पुल में मिट्टी भरकर पानी डालकर उस मिट्टी को अच्छी तरह धंसा दिया जाएगा, ताकि पुल की संरचना मजबूत हो सके.
समाधान के लिए उपाय तैयार किए हैं
इसके साथ ही, चूहों से बचाव के लिए पानी निकासी के स्थान पर कांच के टुकड़े डालने की योजना बनाई जा रही है, ताकि चूहे दोबारा पुल के अंदर न घुस सकें और इस तरह की समस्या फिर से न आए. अशोक नगर जिले में हुए इस चौंकाने वाले मामले ने पुलों की रखरखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. चूहों के कारण हुए इस नुकसान ने प्रशासन को भी हैरान कर दिया है, और पीडब्ल्यूडी ने इसके समाधान के लिए उपाय तैयार किए हैं.