Beauty Queen Sex Racket: यह कहानी कुछ दिनों पहले कोलंबिया की है जहां पर मानव तस्करी के तहत सेक्स रैकेट की ओर बढ़ने की जा है. इस मामले में होमलैंड पुलिस ने राज खोला है. तो आइए इस खबर को पूरे विस्तार से जानते हैं कि पुलिस ने आखिर इस कहानी के राज का पर्दाफास कैसे किया है और क्या है आखिर कहानी जिसमें चर्चा में बनी है ब्यूटी क्वीन आइए जानते हैं सब कुछ...
क्राइम तक की रिपोर्ट के मुताबिक, शानदार दिखने वाले मिशन के पीछे खौफनाक सूरत तभी दिखाई पड़ती है जब उसमें कोई इंट्री की थी. यह एक ऐसा सच है जो पूरी दुनिया के कई देशों में हो रहा है. यह एक खूबसूरत जाल है जिसे दुनिया भर के ग्लैमरस रैंप पर चलने वाली ब्यूटी क्वीन के जरिए अंजाम दिया जा रहा है. यह किस्सा तब सामने आया जब कैरेबियाई द्वीप कार्टेजेना में पुलिस ने मानव तस्करी के सिलसिले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया.
आखिर कैसे होती है नौजवान लड़कों को तस्करी?
बीते कुछ समय पहले एक फिल्म आई थी जिसकी साउंड ऑफ फ्रीडम. यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित थी. फिल्म 'साउंड ऑफ फ्रीडम' एक सच्ची घटना पर आधारित है. इसमें एक किरदार अपनी सरकारी नौकरी को छोड़कर नौजवान लड़कों को तस्करी से बचाने के मिशन पर निकलता है और खुद कोलंबिया के जंगलों में मानव तस्करों के चंगुल में फंसा लेता है. फिल्म में एक ब्यूटी क्वीन का किरदार भी दिखाया गया है, जिसे लड़कों को सेक्स रैकेट में फंसाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इस किरदार को एक खूबसूरत और ग्लैमरस अंदाज में पेश किया गया है ताकि उसकी असलियत छुपी रहे.
उसी फिल्म की तर्ज पर केली जोहाना सुआरेज भी कोलंबिया के एक सेक्स रैकेट का हिस्सा बन गई थी. वह गरीब मजदूरों और किसानों के लड़कों को अपने निशाने पर लेकर उन्हें बरगलाकर या पैसों का लालच देकर इस धंधे में धकेल देती थी. खुलासा हुआ है कि इस सेक्स रैकेट का नेटवर्क कोलंबिया के अलावा होंडुरास और कैरेबियाई द्वीपों के कई अन्य देशों में फैला हुआ है.
यहाँ ये लोग सयाने होते लड़कों को अपने जाल में फंसाते हैं और उन्हें ऐसी पार्टियों में भेजते हैं जहां विभिन्न देशों की महिलाएं अपनी हवस मिटाने के लिए आती हैं. यह रैकेट चंगुल में फंसे नौजवान लड़कों को बड़ी उम्र की महिलाओं की सेवा में भेजता था और बदले में लड़कों को चंद सिक्के देकर उनका मुंह बंद कर देता था. यह नेटवर्क इतना मजबूत और जबरदस्त था कि कोई भी लड़का इस रैकेट के चंगुल से जिंदा नहीं लौट पाता.
First Updated : Thursday, 18 July 2024