यौन संबंध के बाद ही मिलेगा भोजन...इस मुस्लिम देश में दाना - पानी के लिए महिलाओं को नोच रहे सैनिक

महिलाओं का दावा है कि उनके साथ जबरन सेक्स की अधिकतर घटनाएं औधोगिक जिलों में हुईं. जहां सेना ने हमला किया था और आपूर्ति का भंडार जमा कर लिया था. एक  महिला ने बताया कि वह अपने बूढ़े माता- पिता और बच्चों को लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए उसे सेना के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जात है.

calender

Womens in Sudan: विदेशी देश अफ्रीकी सुडान से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. सूडानी शहर ओमदुरमान में जिंदा रहने के लिए जद्दोजहद कर रही महिलाओं का कहना है कि उन्हें भोजन पाने के लिए सेनिकों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है. जिस पर महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सुडानी सैनिक यौन संबंध बनाने के बाद ही भोजन पानी दे रहे हैं.

26 महिलाओं ने किया ये दावा

रिपोर्ट के मुताबिक लड़ाई के कारण ओमदुरमन से भागने में असमर्थ लगभग छब्बीस महिलाओं ने दावा किया है कि सूडानी सेना के सैनिकों के साथ यौन संबंध बनाना उनके जीवित रहने का अंतिम साधन है. दावे के मुताबिक, कई असहाय महिलाओं को अपनी शारीरिक जरुरतों को पूरा करने लिए सेना के सैनिकों द्वारा एक पंक्ति में प्रतीक्षा करने के लिए मजबूर किया जाता है. जिसके बाद वे उनके साथ यौन संबंध बनाते हैं. उन महिलाओं को बदले में भोजन और पानी मिलता है. जिससे वे फिर अपने परिवार को भरण पोषण कर पाती है.

आखिर क्यों लचार है महिलाएं

महिलाओं का दावा है कि उनके साथ जबरन सेक्स की अधिकतर घटनाएं औधोगिक जिलों में हुईं. जहां सेना ने हमला किया था और आपूर्ति का भंडार जमा कर लिया था. एक  महिला ने बताया कि वह अपने बूढ़े माता- पिता और बच्चों को लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए उसे सेना के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जात है. सूडान बीते साल एक गृहयुध्द का सामना कर रहा है. साल 2023 में 15 अप्रैल को देशव्यापी गृहयुद्ध शुरू होने के बाद सैनिकों द्वारा महिलाओं के दुष्कर्म करने की कहानियां सामने आई हैं.

भोजन पानी के बदले जिस्म को नोचना

वहीं खबरों की मानें तो इन सैनिकों में भोजन और पानी के बदले महिलाओं के साथ शोषण करना शुरू कर दिया है. बता दें कि सूडान में मजबूत सैन्य गुट देश की राजधानी खार्तुम पर नियंत्रण के लिए लड़ाई में लगे हुए हैं. इसके परिणामस्वरूप वर्तमान में मानवीय संकट है. अब तक 10,000 से अधिक लोग विस्तापित और अनाथ हो चुके हैं. वहीं 15,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. 

 


First Updated : Monday, 22 July 2024