Taliban On Beauty Parlours: इस्लाम में हराम होता है मेकअप करना?, जानें क्या कहते हैं मुस्लिम स्कॉलर
Taliban On Beauty Parlours: तालिबान अक्सर अपने नए-नए फरमान को लेकर चर्चे में रहता है. तालिबान का अधिकतर फरमान महिलाओं के खिलाफ होता है. इस बीच एक बार फिर उन्होंने अफगानिस्तान में ब्यूटी पार्लर जाने वाली महिलाओं को लेकर फरमान जारी किया है. जिसका हर कोई विरोध कर रहा है.
Taliban New Decree: तालिबान ने अफगानिस्तानी महिलाओं के खिलाफ एक नया फरमान जारी किया है. तालिबान के इस फरमान पर दुनियाभर में जुबानी जंग शुरू हो गई है. दरअसल, तालिबान ने ब्यूटी पार्लरों और मेकअप पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर फरमान जारी किया है. उनका का मानना है कि ब्यूटी पार्लर के अंदर जो जो होता है वह इस्लाम के लिए हराम है. ऐसा करने से घर के खर्चे बढ़ते हैं और ब्यूटी पार्लर शादी के समय दूल्हे के घर आर्थिक बोझ की वजह भी बनते हैं.
इस फरमान को जारी करते हुए तालिबान ने एक महीना का वक्त दिया है. हालांकि इस फरमान का दुनियाभर में निंदा किया जा रहा है जिसके बाद तालिबान ने अपना एक बयान जारी कर बताया है कि उन्होंने ने ये क्यों किया. लेकिन मुस्लिम धर्म के लोग अभी भी इस फरमान की कड़ी निंदा कर रहे हैं.
शरीयत में कहां लिखा है- मेकअप नहीं कर सकती महिलाएं?-
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मोहम्मद युनुस ने तालिबान के इस फरमान का विरोध करते हुए कहा कि, "अफगानिस्तान में इस वक्त एक आतंकी संगठन की सरकार है और ये आतंकी संगठन महिलाओं के कमाने खाने के जरिया को बंद करना चाहते हैं, आप सोच सकते हैं कि ये महिलाएं अब कहां जाएंगी, इनका गुजारी कैसे चलेगा". इसके बाद मोहम्मद युनुस ने आगे कहा कि "औरतों को मेकअप करना कहीं से भी नजायज नहीं है, तालिबान ये बताएं कि किस शरीयत में ऐसा लिखा गया है कि महिलाएं मेकअप नहीं कर सकती.
"इस्लाम धर्म को बदनाम कर रहा तालिबान- "मौलाना पीर कादरी"
वहीं मर्कजी अंजुमन-एक काद्रिया के प्रेसिडेंट मौलाना पीर कादरी ने कहा कि, "इस्लाम धर्म में महिलाओं का मेकअप करना पूरी तरह जायज हालांकि ये मेकअप सिर्फ और सिर्फ उनके शोहर के लिए होना चाहिए, दूसरे को दिखाने के लिए नहीं, क्योंकि इस्लाम धर्म में गोशा या पर्दा की बहुत अहमियत है". उन्होंने आगे कहा कि, 14 सौ साल पहले कोई ब्यूटी पार्लर नहीं था, जो तालिबान इस तरह की बातें करता है.