चेहरे पर टैटू बनवाने का शौक पड़ा भारी, अब स्याही हटाने के लिए परेशान है ये शख्स!
एक 24 साल का लड़का, जिसने शौक-शौक में अपने चेहरे पर खोपड़ी का टैटू बनवाया, अब अपनी गलती का पछता रहा है। नौकरी से लेकर पहचान तक, इस टैटू ने उसकी जिंदगी को मुश्किल बना दिया। आखिरकार, उसने टैटू हटाने का फैसला लिया, लेकिन यह प्रक्रिया इतनी दर्दनाक है कि उसने इसे रोकने के लिए ब्रेक लिया। जानें, टैटू हटाने के इस मुश्किल सफर में क्या-क्या परेशानियां आ रही हैं और वह किस संघर्ष से गुजर रहा है!
Tattooed Trouble: कभी शौक के तौर पर खुद को अलग दिखाने की चाहत रखने वाला एक युवा आज अपनी ही गलती का पछताता नजर आ रहा है। यह कहानी है एक 24 वर्षीय युवक की, जिसने एक वक्त पर खुद को स्टाइलिश और अलग दिखाने के लिए अपने चेहरे पर खोपड़ी का टैटू बनवाया, लेकिन आज वही टैटू उसकी जिंदगी में मुश्किलों का कारण बन गया है।
एक युवा की कहानी: आत्मविश्वास से अवसाद तक का सफर
ए नाम के इस युवक ने शुरू में अपने शरीर पर टैटू बनवाने का शौक पूरा किया था, लेकिन छह साल पहले उसने अपने चेहरे पर खोपड़ी का टैटू बनवाकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया। वह एक विद्रोही युवा था जो अवसाद से भी जूझ रहा था और अपनी भावनाओं को टैटू में छुपाने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, समय के साथ उसे महसूस हुआ कि टैटू का यह शौक अब उसके लिए भारी पड़ने लगा है।
नौकरी, पहचान और समाज में मुश्किलें
फेस पर बने इस टैटू ने ए की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया। पहले तो उसे नौकरी नहीं मिल पाई, फिर जब वह लाइव व्लॉग करते हुए सोशल मीडिया पर आता, तो लोग उसका मजाक उड़ाते और उसे ताने देते। सबसे बड़ी समस्या तब आई जब उसे अपने पहचान पत्रों को अपडेट करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। टैटू की वजह से उसे सामाजिक पहचान हासिल करना भी मुश्किल हो गया था। अंत में, उसने यह फैसला लिया कि अब वह अपनी गलती सुधारने का समय आ गया है।
लेजर प्रक्रिया से स्याही हटाने का कठिन सफर
अक्टूबर महीने में ए ने एक टैटू हटाने वाले स्टूडियो से संपर्क किया और अपनी गलती सुधारने के लिए स्याही हटाने की प्रक्रिया शुरू की। यह प्रक्रिया लेजर द्वारा की जा रही थी, जो कि काफी दर्दनाक थी, लेकिन ए ने इसे सहन करने का फैसला किया। टैटू हटाने के पहले सेशन के दौरान ए ने बताया कि दर्द इतना तेज था कि उन्हें दिल की समस्या तक हो गई। हालांकि, उन्होंने इसे सहन किया और अब वह कुछ समय के लिए ब्रेक ले रहे हैं, ताकि वह ठीक हो सकें।
चुनौतीपूर्ण टैटू हटाने की प्रक्रिया
लेजर रिमूवल तकनीशियन ने बताया कि वह पिछले 10 सालों से टैटू हटाने का काम कर रहे हैं, लेकिन ए का टैटू सबसे कठिन था। सामान्य टैटू को तीन-चार सत्रों में हटाया जा सकता है, लेकिन ए का टैटू गहरे रंग का और आंखों के पास स्थित था, जिससे उसे हटाना बहुत चुनौतीपूर्ण हो गया।
सीख और संदेश
ए की कहानी हमें यह सिखाती है कि शौक और जुनून में क्या फर्क होता है। कभी-कभी हम शौक के नाम पर ऐसे फैसले ले लेते हैं जो बाद में हमारे लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। यह कहानी उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो खुद को स्टाइलिश या अलग दिखाने के लिए बिना सोचे-समझे फैसले ले सकते हैं। कभी-कभी एक छोटा सा कदम हमारे पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है।
अब ए ने अपनी गलती मानी है और उसे सुधारने की पूरी कोशिश कर रहा है। उम्मीद है कि वह जल्द ही इस दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरकर अपने जीवन को फिर से सही दिशा में ले आएगा।