भारत का वो समुदाय जहां गोरा बच्चा पैदा करना होता है सबसे बड़ा गुनाह, जन्म होते ही क्यों मार दिए जाते हैं बच्चे?
दुनिया में आज भी ऐसी मान्यताएं हैं जिनके बारे में जानकार आप भी हैरान रह जायेंगे. आज भी कुछ समुदाय ऐसे हैं जो समय के साथ न बदलते हुए वैसे ही हैं जैसे वह पहले थे. ऐसे में एक बात सामने आई है जिसे सुनकर आप चौंक जायेंगे.
हाइलाइट
- गोरा बच्चा पैदा होना यहां के लोगों के लिए एक अभिशाप है.
अंडमान में रहने वाली यह जनजाति दुनिया की सबसे पुरानी जनजातियों में से एक मानी जाती है. जहां पर एक अजीब और गरीब परंपरा निभाई जाती है. दरअसल यहां के लोगों का मानना है कि गोरा बच्चा पैदा करना एक अपराध है जिसकी सजा उन सभी बच्चों की दी जाती है जो कि गोरे पैदा होते हैं. गोरा बच्चा पैदा होना यहां के लोगों के लिए एक अभिशाप माना जाता है बच्चे का जन्म होते ही उसे बड़ी बेरहमी के साथ मार दिया जाता है यह परंपरा काफी समय से चली आ रही है जिसका पालन लोग आज भी करते हैं.
जन्म के बाद गोरे बच्चे क्यों मार दिए जाते हैं?
अंडमान जिसके नीले पानी को देखने देश से ही नहीं बल्कि दुनिया से भी लोग आते हैं उसी अंडमान के हिस्से में एक खतरनाक परंपरा निभाई जाती है जिस पर यकीन करना बेहद ही मुश्किल होगा. आपको बता दें कि जारवा जाति के लोगों का स्किन रंग काफी डार्क होता है.
अंडमान के लोग आज भी जंगलों में रहते हैं
यह एक ऐसी आदिवासी जनजाति है जो हजारों सालों से अंडमान में रह रही है. ये लोग आज भी जंगलों में निवास करते हैं और इनके समुदय में इनके ही बनाए गए नियमों का पालन किया जाता है. यदि कोई महिला गोरे बच्चे को जन्म दे देती है तो उसका कत्ल कर दिया जाता है.
गोरे बच्चों को क्यों नहीं माना आपने समुदाय का
गोरे बच्चे को यह लोग उसे अपने समुदाय का नहीं मानते हैं. इसीलिए काले बच्चों का पालन-पोषण किया जाता है और गोरे बच्चों को जन्म होते ही मार दिया जाता है. इसे कोई कुछ बोल नहीं पाता है यह परंपरा काफी साल पहले से चली आ रही है. इस समुदय के लोगों की संख्या पहले काफी अधिक थी, लेकिन अब लोगों की संख्या करीब 250 से लेकर 400 तक रह गए हैं.