करोड़पति शख्स ने परिवार वालों के सामने दिखाया खुद को बेहद ही गरीब, पीछे की वजह जानकर अब भी हो जायेंगे हैरान
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये एक शख्स ने बताया की में करोड़पति हूँ, लेकिन में खुद को परिवार वालों के सामने एकदम गरीब दिखाता हूँ, ऐसा करने के पीछे क्या है वजह, जानिए पूरा मामला -
हाइलाइट
- परिवार वालों के सामने रहने है किराये के अपर्टमेंट में, करोड़पति होने के बावजूद नहीं बताया किसी को सच्चाई।
सोशल मीडिया पर आपने अक्सर कई हैरान कर देने वाले किस्से सुने और देखे होंगे। इसी श्रेणी में एक और अजब - गजब किस्सा हम आपके लिए लेकर आये हैं, जो सुनने में एकदम फिल्म की किसी कहानी जैसा लगेगा लेकिन यह हकीकत में हुआ है। आज की दुनिया जो होती है वैसा दिखाती नहीं है, आपने देखा होगा की सोशल मीडिया से लेकर सामने की असल ज़िंदगी में भी लोग खुद को अमीर और बेहतर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहें हैं उसे सुन आप अपना सर पकड़कर हैरानी से बैठ जायेंगे।
दरअसल, हाल ही में एक शख्स ने अपने बारे में बताते हुए सभी से अपना अनुभव शेयर किया। उसने सोशल रेडिट के ‘ट्रू ऑफ माई चेस्ट’ पर पोस्ट करते हुए बताया की वह करोड़पति है लेकिन अपने घर - परिवार और रिश्तेदारों के सामने खुद को बहुत ही गरीब दिखाता है। उसके ऐसा घर वालों के सामने नाटक करने की वजह है। वह कहता है मेरे रिश्तेदार और परिवार वाले काफी स्वार्थी हैं। जो उसका फायदा उठाते हैं।
करोड़पति शख्स करता है गरीब होने का नाटक
यह शख्स बताता है की वह करोड़पति है, लेकिन जब भी उसका परिवार उससे मिलने आता है, तो वह एक सस्ता साथ अपार्टमेंट किराये पर ले लेता है, और खुद को उनके सामने बहुत गरीब दिखाता है। जब उससे यह करने की वजह पूछी गयी तो वह बताता है की जब वह पहली बार विदेश जाकर नौकरी करने गया था तो उसकी माँ ने उससे सबसे पहले उसकी सैलरी के बारे में पूछा था, जब उसने इस बारे में बता दिया तो घर वालों को लगा की वह बहुत मोटी कमाई कर रहा है। जिस जगह पर वह पैसे कमा रहा था उस देश की करेंसी के हिसाब से शख्स की सैलरी काफी कम थी।
शख्स ने आगे बताया की इसके बाद परिवार वालों ने उस पर ही सब जोर देना शुरू कर दिया। वह कहते थे की जब भी हम तुमसे मिलने आएं तो हमारा सारा खर्चा तुम ही उठाना और तो और भाई - बहनों की स्कूल फीस भी संभल लेना। वह हर बार मुझसे गिफ्ट्स की मांग किया करते थे। जब भी बाहर कहीं जाते थे तो हर बार मुझे ही उनका खर्चा उठाना पड़ता था। इसके बाद परिवार वाले फ्री वेकेशन की इच्छा व्यक्त करने लगे थे, उन्होंने मुझे ATM समझ लिया था। एहि नहीं वह बाकि हमारे रिश्तेदारों को भी मेरे खर्चे पर एन्जॉय करने को कहा करते थे। जिसके बाद मुझे यह कदम उठाना पड़ा।