JCB की चपेट में आने से ‘नाग’ की मौत, घायल नागिन ने नहीं छोड़ा साथ...नजारा देख भावुक हुए लोग
जेसीबी मशीन के पंजे से नाग की मौत हो गई और नागिन घायल हो गई. लेकिन घायल नागिन घंटों तक नाग के पास बैठी रही. यह देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक खेत की सफाई के दौरान जेसीबी मशीन से नाग की मौत हो गई जबकि नागिन घायल हो गई. लेकिन घायल नागिन घंटों तक नाग के पास बैठी रही. यह देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों का हुजूम उमड़ने के बाद भी नागिन टस से मस नहीं हुई.
मृत नाग के शव के पास ही बैठी रही नागिन
दरअसल, शिवपुरी जिले की नरवर तहसील के छितरी गांव में जेसीबी की मदद से सफाई का काम चल रहा था. इस दौरान जेसीबी की चपेट में नाग-नागिन का जोड़ा आ गया. हादसे में जहां नाग की तो मौत हो गई वहीं नागिन भी घायल हो गई.
एमपी के शिवपुरी जिले में नाग की मौत के बाद पास खड़ी नागिन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नाग की मौत एक जेसीबी की चपेट में आने से हुई बताई जा रही है। लोगों का कहना है कि नागिन करीब एक घंटे तक नाग की लाश के पास फन काढे बैठी रही। #MadhyaPradesh #Viralnews#SnakeViral pic.twitter.com/5cT3EVjjs8
— Krishna Bihari Singh (@KrishnaBihariS2) January 2, 2025
हालांकि, यह देख जेसीबी ड्राइवर ने काम रोक दिया और मृत नाग को उठाकर दूर फेंकने के लिए उतरा. लेकिन ड्राइवर के पास पहुंचते ही नागिन अपना फन फैलाकर खड़ी हो गई. यह देख जेसीबी ऑपरेटर सहम गया. इस दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल के आसपास एकत्रित हो गए.
नाग को छोड़कर जाने को तैयार नहीं थी नागिन
इसके बाद जमीन के मालिक ने पास के कस्बे नरवर से सर्प मित्र को बुलाया. सर्पमित्र सलमान पठान ने मौके पर पहुंचकर देखा कि घायल नागिन अपने साथी के शव को छोड़ने को तैयार नहीं थी. बड़ी मुश्किल से उन्होंने नागिन को वहां से हटाया और प्राथमिक उपचार किया. सलमान ने बताया कि नागिन को जंगल में सुरक्षित छोड़ने की तैयारी की जा रही है. नागिन नाग की अपेक्षा अपने साथी को लेकर संवेदनशील होती है.
17 साल से रह रहे थे एक साथ
सलमान पठान ने कहा कि नाग-नागिन इस इलाके में पिछले 16-17 साल से साथ रह रहे थे. ठंड के मौसम में ये जमीन के अंदर रहते हैं. नाग की मौत और नागिन के घायल होने की घटना बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि नागिन के व्यवहार से स्पष्ट है कि उसे नाग की मौत का गहरा सदमा लगा है.
इससे पहले भी ऐसे हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं. सर्पमित्र सलमान पठान ने कहा कि नाग की अपेक्षा नागिन अपने साथी को लेकर ज्यादा संवेदनशील होती है. यही वजह है कि नागिन नाग के शव को छोड़कर कहीं भी जाने का तैयार नहीं है.