The Scary Truth About Aliens: दुनियाभर में एलियंस और यूएफओ को लेकर अजीबोगरीब दावे किए जाते रहे हैं. कुछ वैज्ञानिक इस बात को समझने में लगे हैं कि क्या दूसरे ग्रहों पर जीवन संभव है, जबकि कई लोग एलियंस की मौजूदगी को लेकर दावे करते हैं. हाल ही में, याले यूनिवर्सिटी के न्यू पैराडाइम इंस्टीट्यूट में एक व्याख्यान में वकील डैनी शीहान ने इस विषय पर चौंकाने वाला बयान दिया.
डैनी शीहान ने कहा कि एलियंस मनुष्यों का अपहरण करके उनके अंडाणु और शुक्राणु चुरा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 75 वर्षों से एलियंस रात के समय लोगों के घरों में आते हैं और उन्हें अनैच्छिक रूप से अपने साथ ले जाते हैं. डैनी का दावा है कि ये अपहरण मानव शरीर से खास चीजें चुराने के लिए किए जा रहे हैं, जो इंसानों के एग्स और स्पर्म हैं.
हाइब्रिड बच्चों का निर्माण
डैनी ने कहा कि एलियंस इन अंडाणुओं और शुक्राणुओं को इकट्ठा करके उन्हें संयोजित करते हैं और फिर उन्हें महिलाओं के गर्भाशय में प्रत्यारोपित करते हैं. इसके बाद, जब ये युग्मनज विकसित हो जाते हैं, तो एलियंस फिर से उन महिलाओं का अपहरण कर लेते हैं और गर्भ में पल रहे हाइब्रिड बच्चों को निकाल लेते हैं. यह सब कुछ गुप्त एलियन ठिकानों में हो रहा है जो समुद्र के नीचे स्थित हैं.
सरकारी कवर-अप: क्या छिपा रहा है अमेरिका?
डैनी ने बताया कि अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को इस बारे में जानकारी है लेकिन वे इसे सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह सब कुछ कैलिफोर्निया के बाजा तट के पास हो रहा है जहां यूएसएस निमित्ज़ जैसे बड़े युद्धपोतों द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है.
क्या है सच?
डैनी ने यह भी कहा कि उनके पास समुद्र तल के नीचे से सैकड़ों यूएफओ के आने-जाने के वीडियो साक्ष्य हैं. उन्होंने ग्वाडालूप द्वीप के पास एक स्थान की बात की, जहां 100 से ज्यादा यूएफओ का आना-जाना देखा गया है. हालांकि, इस द्वीप की आबादी बहुत कम है और वैज्ञानिकों ने अभी तक किसी भी एलियन की पुष्टि नहीं की है.
क्या सच में हो रहा है अपहरण?
हालांकि डैनी के दावे सुनने में अजीब लगते हैं, लेकिन इस तरह की कहानियाँ लोगों के बीच में हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस विषय पर और कोई ठोस सबूत सामने आता है या यह सब महज एक दावे की कहानी बनकर रह जाएगा. इस संदेह और रहस्य के बीच क्या हम एलियंस के अस्तित्व पर विश्वास कर सकते हैं? यह सवाल आज भी अनुत्तरित है. First Updated : Thursday, 31 October 2024